उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/चतरा। टंडवा-पिपरवार के सीमावर्ती क्षेत्र भेलवाटांड जंगल में करंट से एक हथिनी की मौत हो गई। इसमें बिजली विभाग की लापरवाही बतायी जा रही है। काफी दिनों से पोल में करंट प्रवाहित हो रहा था। लोगों के कहे जाने के बाद भी विभाग गंभीरता से मामले पर संज्ञान नहीं ले रहा था। टंडवा क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से टंडवा, सिमरिया, केरेडारी और पिपरवार थाना के सीमाओं में विचरण कर रहें, जंगली हाथियों के झुंड मे से एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गयी। यह घटना टंडवा के सीमाओं से निकलने के दौरान खलारी थाना के भेलवाटांड जंगल मे तब घट गयी। जब वह बिजली करंट के चपेट मे आ गयी।
टंडवा रेजर छोटेलाल ने बताया कि बिजली करंट के चपेट मे आने से हथिनी की मौत हुई। चश्मदीदो के अनुसार हाथियों का दो झुड टंडवा – पिपरवार मे प्रवेश किया था। एक में 18 और दूसरे में 22 की संख्या है। 22 हाथियों के समूह में एक हथिनी की मौत 18-19 की रात में हो गयी। बताया गया कि शुक्रवार की रात राहम में एक हाथी ने इदरीश अंसारी का बाउंड्री क्षतिग्रस्त कर दिया और फसलों को भी रौदा। रेंजर ने यह भी बताया कि 12 हाथियों का एक और झुंड चार दिनों के अंदर केरेडारी होते आम्रपाली कारिडोर मे प्रवेश कर सकता है। बताया गया कि हाथियों का काफिला फिलहाल सीमा पार वन विभाग करवाने मे सफल रहा।