पटना। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को आधिकारिक रूप से राजद से बाहर का रास्ता नहीं दिखाया गया है लेकिन बेइज्जती इतनी की गई है कि अब उनके लिए राजद में रहना मुश्किल हो गया है। कुशेश्वर स्थान और तारापुर की दो सीटों पर होने वाले उप-चुनाव के लिए राजद ने 20 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की, लेकिन उसमें तेज प्रताप यादव का नाम नहीं था। ये इस बात का इशारा है कि तेजप्रताप यादव राजद में रहकर भी अब नहीं हैं। इस पार्टी में कम से कम उनका राजनीतिक भविष्य खत्म ही है।
शिवानंद तिवारी ने कहा था-तेजप्रताप राजद से निष्कासित हैं
राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने तो बुधवार को ही कह दिया था कि तेजप्रताप राजद से निकाले जा चुके हैं। लेकिन इतने बड़े बयान पर लालू परिवार की ओर से चुप्पी उनकी बात पर मुहर थी । अब राजद के स्टार प्रचारकों की सूची से तेज प्रताप का निकाला जाना उनके लिए अबतक का सबसे बड़ा झटका है।
गुरुवार को कांग्रेस के नजदीक जाते दिखे तेजप्रताप यादव
इस बीच बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक राम ने तेजप्रताप से मुलाकात की । उपचुनाव में कांग्रेस और राजद के बीच गठबंधन टूट चुका है और दोनों पार्टियों की ओर से तल्ख बयानबाजी जारी है। कांग्रेस और राजद दोनों ने कुशेस्वरस्थान और तारापुर से अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इन सबके बीच तेजप्रताप यादव से कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष की मुलाकात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। एक स्थानीय मीडिया ने तो यह भी दावा किया है कि कन्हैया कुमार के बाद पप्पू यादव और तेज प्रताप यादव भी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।