गया जिले के आमसठ जंगल में सीआरपीएफ जवान ने सर्च आॅपरेशन के दौरान कुख्यात नक्सली को किया गिरफ्तार
बिहार-झारखंड में 18 बड़ी घटनाओं को दिया है अंजाम
अजय निराला/ उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/हजारीबाग। सीआरपीएफ के सर्च ऑपरेशन के दौरान सोमवार को झारखंड-बिहार राज्य के सीमा पर स्थित गया जिले के आमस थाने के जंगलों में सर्च अभियान के दौरान 15 लाख रुपये के इनामी नक्सली राहुल विकास को पकड़ा गया है। कुख्यात नक्सली गया जिले के आंती थाना क्षेत्र के कंचनपुर गांव का निवासी है। बिहार और झारखंड में 18 बड़ी घटनाओं में शामिल होने के कारण झारखंड सरकार ने उसपर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
नक्सली संगठन से 30 साल पुराना नाता
गया जिले के मूल निवासी राहुल विकास का नक्सली संगठन से 30 साल पुराना नाता है। वह झारखंड क्षेत्र में नक्सली संगठन के लिए कार्य कर रहा था। सीआरपीएफ के डीआइजी संजय कुमार ने बताया कि वह नक्सली मगध जोन का कमांडर और माओवादी संगठन में रीजनल कमेटी का सदस्य है।
पचरूखिया जंगल में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में था शामिल
राहुल 2019 में सुरक्षाबलों के साथ पचरूखिया जंगल में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल रहा है। मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के उपनिरीक्षक रौशन कुमार शहीद हुए थे। 2016 में कोबरा के साथ लुटुआ के जंगल में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ जिसमें नक्सली सब जोनल कमांडर अनिल मारा गया था, 2016 में ही कोबरा के साथ देव थाना क्षेत्र के सतनदीया नाला के पास जंगल में हुई मुठभेड़, जिसमें तीन नक्सली मारे गये थे, 2016 में गया के डुमरीनाला जंगल में कोबरा के साथ मुठभेड़ एवं आइइडी ब्लास्ट जिसमें कोबरा के 10 जवान शहीद हुए थे, घटनाओं के अलावा अन्य कई नक्सली कांड में वह शामिल रहा है। उससे पूछताछ की जा रही है।