गुलाम रब्बानी/ उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/सरायकेला। सरायकेला जिला बीजेपी कमेटी की घोषणा होते ही नवगठित कमेटी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। कई कार्यकर्ता इस बार जिला कमेटी में स्थान नहीं मिलने से नाराज हैं। इन कार्यकर्ताओं ने अब ईचागढ़ के पूर्व विधायक साधु चरण महतो के नेतृत्व में समानांतर जिला कमेटी चलाने का निर्णय लिया है। नवगठित बीजेपी जिला कमेटी में विद्रोह अब खुलकर सामने आने लगा है। कमेटी में स्थान नहीं मिलने से उपेक्षित कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज तैयार हो रही है, जो अब समानांतर कमेटी का गठन करेगी।
जिप अध्यक्ष शकुंतला महाली के बीजेपी जिला उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के अगले दिन उपेक्षित कार्यकर्ताओं और पूर्व पदाधिकारियों ने खुलकर पार्टी में चल रही गुटबाजी को उजागर किया। ईचागढ़ के पूर्व विधायक साधु चरण महतो ने प्रेस वार्ता कर नवगठित जिला कमेटी को पॉकेट कमेटी करार दिया है उन्होंने कहा कि जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र से कर्मठ और सक्रिय कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है, जबकि जिला कमेटी गठन से पहले कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कर कई नामों पर सहमति बनी थी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के रायशुमारी को दरकिनार करते हुए पॉकेट कमेटी में चुनिंदा लोगों को दायित्व सौंपा गया है, जो पार्टी के हित में नहीं है, यदि ऐसा ही चलता रहा तो 2024 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
*केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की छवि धूमिल करने की कोशिश*
कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किए जाने से नाराज कार्यकर्ताओं ने साधु चरण महतो के नेतृत्व में समानांतर कमेटी गठित किए जाने का निर्णय लिया है। साधु चरण महतो ने बताया कि नई कमेटी के गठन का उद्देश्य केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के छवि को धूमिल करना है, जो बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता किसी भी हाल में होने नहीं देंगे। उन्होंने पार्टी आलाकमान से एक बार फिर गुहार लगाई है कि जिन कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव में संगठन विरोधी काम किए हैं उन्हें पद मुक्त किया जाए।
*बीजेपी में विलय के बाद जेवीएम कार्यकर्ता के साथ सौतेला व्यवहार*
वहीं जेवीएम के पूर्व जिलाध्यक्ष शंभू मंडल ने कहा कि बीजेपी में कमेटी विस्तार किए जाने के बाद जेवीएम के एक भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता को कमेटी में शामिल नहीं किया गया है, बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया गया है और जेवीएम कार्यकर्ताओं के साथ भी सौतेला व्यवहार किया गया है, ऐसे में जेवीएम कार्यकर्ताओं को तरजीह ना दिए जाने से संगठन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के अवसर पर पूर्व जिला महामंत्री गणेश महाली, आदित्यपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर अमित सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष कृष्ण मुरारी झा आदि मौजूद थे।