Tuesday 16th \2024f April 2024 07:16:40 AM
HomeBreaking Newsश्रीनगर

श्रीनगर

उज्ज्वल दुनिया\नई दिल्ली, 26 सितम्बर (हि.स.)। ​भारत अब पाकिस्तान की सीमा तक एशिया की सबसे लम्बी सुरंग बनाएगा। भारत 14.2 किमी. लंबी यह सड़क सुरंग बनाकर एलओसी तक अपनी रणनीतिक पहुंच मजबूत करने जा रहा है। छह साल से लटका यह प्रोजेक्ट अब फाइनल हो गया है और निर्माण कार्य शुरू होना बाकी है। 

यह सुरंग ​केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल जिले में सोनमर्ग और द्रास शहर के बीच हिमालय पर जोजी ला दर्रे के करीब बनाई जाएगी। यह सुरंग लद्दाखी लोगों की आवाजाही आसान करने के साथ ही सेना की रणनीतिक जरूरतों को भी पूरा करेगी, क्योंकि यह सुरंग पूरे साल राजमार्ग को खुला रखने में मदद करेगी। पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा करीब होने से अभी तक इसी इलाके से होने वाली आतंकवादियों की घुसपैठ पर भी काफी हद तक लगाम लगेगी।   

मई 2018 में पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास 

वैसे तो इस सुरंग का प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने ​अक्टूबर 2013 में ही मंजूरी दे दी थी लेकिन पांच बार टेंडर निकाले जाने के बावजूद किसी भी एजेंसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। हर बार बोली रद्द होने के बाद मई 2017 में एलएंडटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज, जेपी इंफ्राटेक और रिलायंस इंफ्रा कम्पनियां सामने आईं। टेंडर प्रक्रिया जुलाई 2017 में आईएल एंड एफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क्स लिमिटेड के पक्ष में पूरी हुई। इस फर्म ने 4,899 करोड़ की लागत से सात साल में सुरंग का निर्माण के लिए बोली हासिल की। 

मई 2018 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शिलान्यास करने के बाद निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। इस बीच मार्च 2019 में सुरंग का निर्माण कर रही कंपनी दिवालिया घोषित हो गई। इसलिए जून 2020 में फिर से नए टेंडर निकाले गए। अगस्त 2020 में मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 4509 करोड़ रुपये में बोली हासिल की।

सुरंग की लंबाई होगी 14.2 किलोमीटर 

जोजी ला सुरंग परियोजना इस फर्म को ईपीसी मोड (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) के तहत सौंपी गई है, जिसमें भारत सरकार पैसा मुहैया कराएगी और निष्पादन एजेंसी निर्माण कार्य करेगी और बाद में परियोजना भारत सरकार को सौंप देगी। 14.2 किमी. यह द्वि-दिशात्मक सड़क सुरंग पांच साल में बनकर तैयार होगी, क्योंकि बहुत कठिन इलाका है। यहां कुछ क्षेत्रों में तापमान शून्य से 45 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। इस परियोजना का पश्चिमी सिरा सोनमर्ग से लगभग 15 किलोमीटर पूर्व 3,000 मीटर की ऊंचाई पर बालटाल में है। पूर्वी सिरा मिनरसग में द्रास-कारगिल छोर पर है। पूरी सुरंग ​श्रीनगर-कारगिल-लेह राजमार्ग पर 11 हजार 578 फीट की ऊंचाई पर होगी। 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments