उज्ज्वल दुनिया \रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे और डा राजेश गुप्ता ने राज्य को आज छह ग्रिड सबस्टेशन और संचरण परियोजनाओं की सौगात मिलने पर बधाई देते हुए कहा है कि अब प्रदेश में बिजली आपूर्ति व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ हो सकेगी।उन्होंने कहा इस ऐतिहासिक कदम के लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन,वित्त मंत्री डा रामेश्वर उराँव एवं उर्जा विभाग संचरण के एमडी के.के.वर्मा की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम होगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कमेटी के प्रवक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा आज संचरण परियोजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन और गढ़वा के भागोडीह, देवघर के जसीडीह, गिरिडीह, सरिया और जमुआ सब स्टेशन और गोड्डा-दुमका संचरण लाइन के उदघाटन से पलामू, संतालपरगना और गिरिडीह के कोयलांचल क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पहले से और अधिक सुचारू तथा बेहतर हो सकेगी। उन्होंने कहा कि अलग झारखंड राज्य गठन के अधिकांश समय तक भाजपा और गठबंधन सरकार सत्ता में रही, लेकिन इस दौरान एक मेगावाट बिजली उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी नहीं हुई, वहीं झारखंड सरकार की एक बड़ी संपदा पतरातु थर्मल पावर कॉरपोरेशन, पीटीपीसी को एनटीपीसी के हाथों सौंप दिया गया। इसके पीछे राज्य में बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार मुख्य मकसद नहीं था, बल्कि इस निर्णय के पीछे भाजपा नेताओं के कुछ करीबी लोगों को फायदा पहुंचाना था और अब इसका धीरे-धीरे खुलासा होना शुरू हो गया है।
प्रदेश प्रवक्ता आलोक दूबे एवं राजेश गुप्ता ने कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर दास के पांच वर्षां के शासनकाल में बिजली विभाग में कई अन्य गड़बड़ियां हुई, जिसकी उच्चस्तरीय जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बिजली विभाग और केबुल कंपनियों की लापरवाही से लगातार कई दुर्घटनाएं भी हो रही है। ऐसी दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और इसके लिए जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई की जरूरत है और गठबंधन की सरकार इस दिशा में लापरवाह अधिकारियों को बख्शने नहीं जा रही है।