उज्ज्वल दुनिया/रांची । संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा, 2019 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया गया है। हिसार के प्रदीप सिंह टॉपर बने हैं। इस परीक्षा परिणाम में दूसरे नंबर पर जतिन किशोर, और तीसरे नंबर पर प्रतिभा वर्मा हैं। कुल 829 अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है।
झारखंड के रांची के खेल गांव में रहनेवाली अनुपमा सिंह को 90वां रैंक प्राप्त हुआ है। हजारीबाग के दीपांकर चौधरी को सिविल सेवा परीक्षा में 42वां रैंक मिला है। दीपांकर संयुक्त सचिव स्तर के पद से रिटायर पदाधिकारी रंजन चौधरी के पुत्र हैं। इसके अलावा गढ़वा के शिवेंदु भूषण को 83वां स्थान मिला है। पिछली बार इन्हें 120वां रैंक मिला था। ये अभी आइपीएस का प्रशिक्षण ले रहे हैं। हजारीबाग में पदस्थापित डीएसपी कमल किशोर के पुत्र प्रियांक किशोर को यूपीएससी में 61वां रैंक प्राप्त हुआ है। बोकारो के अभिषेक कुमार गर्ग को 456 रैंक प्राप्त हुआ है। देवघर के रवि जैन को यूपीएससी में नौवा रैंक मिला है। रवि जैन न्यास धार्मिक बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन के छोटे भाई अशोक जैन के पुत्र हैं।
गोड्डा के सौम्य को 696वां रैंक
संघ लोक सेवा आयोग 2019 की परीक्षा में झारखंड के गोड्डा जिले के रहने वाले सौम्य ने 696वां रैंक हासिल किया है । वर्तमान में दिल्ली के आर्म्स फोर्स हेडक्वार्टर में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं । कुमार सौम्य ने अपनी स्कूलिंग भागलपुर से की । इसके बाद सौम्य ने 12वीं की पढ़ाई रामकृष्ण मिशन देवघर से की । इसके बाद आईआईटी मुंबई से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया ।
पेटरवार की हर्षा प्रियंवदा ने रचा इतिहास
पेटरवार के प्रख्यात दिवंगत चिकित्सक डॉ बलदेव नायक की नतिनी डॉ हर्षा प्रियमवदा ने रचा इतिहास ! आइएस में उसे मिला 165 वां रैंक ! हर्षा ने प्रारंभिक शिक्षा पेटरवार स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर से हासिल की। हर्षा की माता डॉ रेखा नायक एवं पिता डॉ धर्मेन्द्र कुमार दोनों ही धनबाद के प्रख्यात चिकित्सक हैं। हर्षा का लगाव पेटरवार, तेनुचौक स्थित ननिहाल से काफी गहरा रहा है, एवं पेटरवार में रहकर तैयारी भी की है। हर्षा की नानी, दोनों मामा, मामी एवं डॉ विष्णु प्रकाश ने हर्षा की सफलता पर बधाई दी है।
पाकुड़ की बिटिया यूपीएससी में हासिल की 306 वां रैंक
यूपीएससी 2019 कि सिविल सेवा परीक्षा में पाकुड की बिटिया कुमकुम सेन 306 वां रैंक लाकर पाकुड के साथ-साथ झारखंड का मान बढ़ाया है। कुमकुम ने यह सफलता पांचवी प्रयास में पाई है। कुमकुम की इस कामयाबी पर पूरा पाकुड शहर गौरवान्वित है। कुमकुम के पिता दीपक सेन पाकुड़ में ही एसबीआई बैंक में अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे हैं और 2019 के जनवरी महीने में आरबीओ पाकुड़ से अवकाश प्राप्त कि हैं। शहर के बैंक कॉलोनी में 2001 से सपरिवार यहां रह रहे हैं। कुमकुम दूसरी बार साक्षात्कार देने के बाद यह सफलता हासिल की है।