मुंबई । महाराष्ट्र में लाॅकडाउन के कारण बंद किये गए मठ-मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग पिछले कई दिनों से लगातार उठ रही है। भाजपा का आध्यात्मिक मोर्चा मठ-मंदिरों को खोलने को लेकर राज्य सरकार से कई बार मांग कर चुका है, लेकिन राज्य सरकार के रवैये से ऐसा लगता है कि वह अभी इसके पक्ष में नहीं है।भाजपा के आध्यात्मिक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तुषार भोसले ने कहा कि राज्य में मंदिर खोलने की मांग को लेकर 5 नवंबर को तुलजापुर में प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में सभी धर्म और संप्रदाय के धर्म गुरु शामिल होंगे।
भाजपा आध्यात्मिक मोर्चा की प्रदेश प्रवक्ता मेघना आंबेकर ने सोमवार को बताया कि राज्य में सब कुछ धीरे-धीरे अनलॉक हो गया है, सरकार धार्मिक स्थलों को खोलने का नाम नहीं ले रही है। इसलिए राज्य में सभी धार्मिक स्थलों के रखरखाव में दिक्कत आ रही है।
मेघना ने बताया कि भाजपा आध्यात्मिक संगठन का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मिलकर मंदिर सहित सभी धार्मिक स्थल खोलने के लिए मिला था। राज्यपाल ने इस संदर्भ में राज्य सरकार को निर्देश दिया था। इसके बावजूद सूबे में मंदिर खोले नहीं गए हैं।
उन्होंने कहा कि सोलापुर जिले का तुलजापुर धार्मिक शहर के रूप में जाना जाता है। इसी वजह से यहां 5 नवंबर को राज्य सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। उस दिन सूबे के सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों में स्थानीय संत, महंत और धार्मिक गुरु अपने स्तर पर आंदोलन करेंगे।