रांची । हेमंत सरकार द्वारा जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को नियुक्त किये जाने के विरोध में आदिवासी- मूलवासी छात्र मोर्चा ने परमवीर अल्बर्ट एक्का चौक पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया! मोर्चा के प्रधान महासचिव रंजीत तिर्की ने सरकार का कामकाजों को आडे़ हांथो लेते हुए कहा कि यह सरकार वादाखिलाफी कर रही है । चुनाव पूर्व आदिवासी- मुलवासियों के हित में नारा लगाकर तथा रैलियां कर हम सब झारखंडीयों के दिल में घुसा जिसके कारण पुरे झारखंड में आदिवासी और मुलवासियों ने एकमत होकर वोट देकर हेमंत सोरेन का सरकार बनाया! परंतु जैसे ही हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के कुर्सी में बैठे वैसे ही सभी वादे भूल गयें! सरकार बनने के बाद जो भी नियुक्तियां हो रही है सब में बाहरी को बैठाया जा रहा है!
मोर्चा के महासचिव मनोज महतो ने कहा जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी बाहरी है उन्होनें सरकार पर सवाल खडा़ करते हुए कहा कि क्या कोई झारखंडी शिक्षाविद या अन्य क्षेत्र से पढे़ लिखे व्यक्ति नही हैं जो इस पद पर काबिज हों सके? मोर्चा का मानना है कि कई ऐसे झारखंडी शिक्षाविद हैं जो इस पद के लायक हैं परंतु सरकार आदिवासी-मूलवासी विरोधी है! सरकार भ्रष्टाचार में लीन है मोटी रकम लेकर सरकार इस पद को बेच दिया है! मोर्चा के सचिव साहिल आलम ने कहा कि सरकार अविलंब जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी के नियुक्ति के फैसले को वापस ले अन्यथा मोर्चा सड़क पर उग्र आंदोलन करेगी! सरकार से मोर्चा प्रश्न करती है कि क्या झारखंडी लोग सिर्फ वोट देंगे और सभी पद बाहरी को नियुक्ति दी जाएगी? अगर यही होता रहे तो मोर्चा राज्यव्यापी जोरदार आंदोलन करेगी और सरकार गिरा देगी!
मोर्चा ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर 5 नवंबर को एकदिवसीय धरना मोराबादी स्थित महात्मा गांधी पार्क के समीप देगी!