उज्जवल दुनिया संवाददाता : चौपारण। प्रखण्ड के बिगहा बाजार के समीप चंद्रवंशी भवन परिसर में बड़ा ही अलौकिक और अद्भुत शिव मंदिर का निर्माण हुआ है। मंदिर का निर्माण लगभग दो साल में पूरा हुआ है । शिव मंदिर में शिव प्राणप्रतिष्ठा को लेकर आगामी तीन से नौ मार्च तक चंद्रवंशी श्री सनातन धर्म जागरण सह शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ का आयोजन है। नवनिर्मित नए शिवमन्दिर में मध्यप्रदेश के नर्मदा नदी के गहराई में मिला अलौकिक शिवलिंग स्थापित होगी। जो क्षेत्र के लिए किसी से सौभाग्य कम नहीं है। नर्मदा नदी से निकले शिवलिंग तीन फीट का है और अर्घ्य लगभग सात सौ किलो का है। चौपारण तक शिवलिंग पहुंचने की कहानी भी किसी चमत्कार से कम नहीं है। भगवान शिव के चमत्कार कहें या फिर उनके मर्जी पूरा रहस्यभरा है। बतादें कि मंदिर निर्माण समिति के लोग शिवलिंग की तलाश के लिए मध्यप्रदेश के इंदौर से 150 किमी दूर बकावां , खरगौन के नर्मदा नदी के तट पर पहुंचे जहां शिवलिंग की कीमत सुनकर सभी दंग रहे गए। लेकिन फिर शिव की कृपा हुई और वहां दुकानदार की बूढ़ी माता पहुंची और कही कि आपलोगों से विशेष लगाव जैसा अनुभव हो रहा है । उन्होंने अपने पुत्र से कही कि इनलोगों के द्वारा जो शिवलिंग पसन्द किया जाता है औऱ जो भी दे दिया जाता है। उतना में ही दे दीजिएगा। जिसके बाद वे सभी को उन्होंने नर्मदा नदी से निकले शिवलिंग को खुशी खुशी दे दिया और ये लोग वहाँ से शिवलिंग लेकर निकल गए और ठीक उसके दूसरे दिन ही उक्क्त बूढ़ी माता का निधन हो गया। जिससे शिवलिंग पर लोगों में और आस्था बढ़ गया। बतादें कि जो शिवलिंग यहां स्थापित होगा वह नर्मदा नदी से ही नीकला है। जिसमें लिंग पर एक तरफ चन्द्र का भी निशान है।
पूरे आयोजन को लेकर क्षेत्र में काफी उत्साह है। विशेषकर ईटखोरी, मयुरहंड और चौपारण में कई वाहनों से प्रचार प्रसार हो रहा है। युवा वर्ग और महिला वर्ग द्वारा भी यज्ञ का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
मंदिर समिति ने चौपारण के पत्रकारों को किया समान्नित
वहीं शुक्रवार को मंदिर समिति की ओर से चौपारण के सभी पत्रकारों को अंगवस्त्र और भगवान शिव का मोमेंटो देकर सम्मानित किया। मौके पर पत्रकारो का आभार भी ब्यक्त किया। औऱ कहा कि मंदिर निर्माण में पत्रकार साथियों की भी अहम भूमिका रही है। जिसके कारण आज दूर दूर से भी लोग मंदिर निर्माण में सहयोग भेज रहे हैं।
बतादें कि लगभग चार दशक से बिगहा का यह चंद्रवंशी प्रांगण क्षेत्र की सेवा में है। यहां महज साढे सात सौ रुपए में गरीब बेटियों का हर साल शादी होता है। इसके अलावा परिसर हमेशा से सामाजिक गतिविधियों का भी केंद्र बिंदु रहा है। यह हमारी सांगठनिक एकता का बड़ा केंद्र है जिससे हजारीबाग और चतरा जिला जुड़े हैं।