पिस्का नगडी: केंद्रीय तसर अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान और बिरला प्रोयोगिकी संस्थान के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
पिस्का नगडी, 11 अगस्त 2024: केंद्रीय तसर अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान, रांची और बिरला प्रोयोगिकी संस्थान के बीच आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर, डॉ. एनबी चौधरी, निदेशक, केंद्रीय तसर अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान, रांची और डॉ. तृष्णा बल, बिरला प्रोयोगिकी संस्थान ने समझौते पर अपने-अपने हस्ताक्षर किए।
समझौते के तहत, दोनों संस्थान मिलकर तसर उत्पादन, अनुसंधान और प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग करेंगे। यह साझेदारी नई तकनीकों के विकास, तसर की गुणवत्ता में सुधार और बुनियादी सुविधाओं के उन्नयन पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिससे तसर उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा सके।
इस अवसर पर केंद्रीय वस्त्र मंत्री, गिरिराज सिंह ने गुजरात में एरी रेशम उत्पादन संवर्धन परियोजना का शुभारंभ किया। यह परियोजना केंद्रीय रेशम बोर्ड, सरदार कृषिनगर दांतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय (एसडीएयू) और कल्याण फाउंडेशन के सहयोग से संचालित होगी।
परियोजना के तहत, एरी रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नई तकनीकों और उन्नत खेती विधियों को अपनाया जाएगा। इससे स्थानीय किसानों को बेहतर प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध होंगे, जो उनकी आय में वृद्धि करने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास में भी सहायक होंगे।
केंद्रीय वस्त्र मंत्री ने इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा, “यह परियोजना न केवल गुजरात के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक उन्नति लाएगी बल्कि भारत के रेशम उद्योग को वैश्विक मानक के अनुरूप बनाते हुए उसे सशक्त भी करेगी।”
समझौता ज्ञापन और परियोजना की शुरुआत से, यह आशा की जा रही है कि तसर और एरी रेशम उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे, जो पूरे देश में तसर उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होंगे।