उज्जवल दुनिया, हजारीबाग, केरेडारी(अनिल माली)। हजारीबाग के अतिसुदूरवर्ती और घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र जहां कभी नक्सलियों ने नरसंहार किया था, वहां का होनहार युवक आज देश का कर्णधार बन गया है।
जिले के केरेडारी प्रखंड स्थित चट्टीबरियातु में नेताजी सुभाषचंद्र बोस नामक इंस्टीच्यूट में कभी पढ़ाने वाला यह युवक आज क्रोएशिया (यूरोप) में वैज्ञानिक बन गया है।
दिवंगत आदित्य सोनी का यह होनहार सुपुत्र संदीप सोनी वहां साइंस टेक्नोलॉजी का वैज्ञानिक बना है।
क्रोएशिया में रिसर्च करते हुए वह साइंटिस्ट के रूप में सरकारी मान्यता प्राप्त कर ली है।
अब वे एक वैज्ञानिक के रूप में अनुसंधान व शोध करेंगे।
सरहद पार जाकर रिसर्च करना उनकी जिंदगी का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जो उनके अथक मेहनत ओर समर्पण से हकीकत में बदल गया है।
एनएससी बॉस इंस्टीट्यूट के संचालक विकास गुप्ता कहते हैं कि संदीप बचपन से ही मेधावी छात्र रहे।
इस संस्थान में भी उन्होंने दो वर्षों तक सेवा दी। हजारीबाग से सांइस ग्रेजुएट होकर वह बैंगलोर चले गए।
पिछले दो वर्षों से क्रोएशिया में पढ़ाई और अनुसंधान कर रहे हैं।
उन्होंने महज 18 वर्ष की उम्र में अपने पिता और 22 वर्ष में अपनी मां को खो दिया था।
पूरी घर की जिम्मेवारी उठाते हुए वह अपनी पढ़ाई कर रहे थे। इस वर्ष अप्रैल में वह अपने घर चट्टीबारियातू आए थे।
यहां वे कोविड पॉजिटिव भी हुए, पर डटकर मुकाबला किया और कोरोना की जंग जीत गए।
पूरा गांव आज उनकी सफलता पर इतरा रहा है और अपने लाल को इस बड़ी कामयाबी में ढेरों शुभकामनाएं दे रहा है।