झारखंड के खूंटी, सिमडेगा, गुमला और चतरा जैसे जिले, जो अब तक रेलवे नेटवर्क से अछूते थे, जल्द ही देश के रेल मानचित्र पर शामिल हो जाएंगे। रेल मंत्रालय ने घोषणा की है कि इन जिलों को रेलवे से जोड़ा जाएगा, और इनका नियंत्रण रांची डिवीजन के अंतर्गत होगा।
इस परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे बोर्ड को भेज दी गई है। गुमला, खूंटी और सिमडेगा को रांची-लोहरदगा रेल लाइन से जोड़ा जाएगा, जबकि चतरा को रांची-हजारीबाग रेल मार्ग के साथ जोड़ा जाएगा।
झारखंड रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (JRIDCL) द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार, लोहरदगा से गुमला तक 55 किलोमीटर, गुमला से सिमडेगा तक 43 किलोमीटर, हटिया से खूंटी तक 20 किलोमीटर और हजारीबाग से चतरा तक 42 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई जाएगी।
अगस्त 2024 में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 6500 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी थी, जिसमें चार राज्यों – झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के सात जिलों को कवर करते हुए दो नई रेल लाइनों और एक मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना की स्थापना शामिल है।
भारत में पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1853 को चलाई गई थी। आजादी के 75 साल बाद भी झारखंड के इन जिलों में रेल नेटवर्क नहीं पहुंचा था। अब यह परियोजना उन इलाकों को विकास के मुख्यधारा में लाने का महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।