चुनाव से पहले बड़ी साजिश कर रहे थे आतंकी, कश्मीर पुलिस ने फोड़ दिया भांडा
अबकी बार चुनाव से पहले ही कश्मीर में एक बड़ी साजिश सामने आई है। कश्मीर पुलिस ने इस साजिश को नाकाम कर दिया है और आतंकी गठबंधन को एक बड़ा प्रहार पहुंचाया है। इस साजिश के पीछे पाकिस्तान की हाथों का हाथ है।
चुनाव समय कश्मीर में सुरक्षा की गात्रों में बढ़ोतरी हो गई है। सुरक्षा बलों ने अपनी जांच और निगरानी ताकत को मजबूत किया है ताकि चुनाव के दौरान कोई भी आतंकी हमला न कर सके। इसके बावजूद, आतंकी गठबंधन ने चुनाव से पहले ही एक बड़ी साजिश रची थी।
इस साजिश के तहत, आतंकी गठबंधन ने कश्मीर में धमाकों की योजना बनाई थी। इन धमाकों के जरिए वे चुनाव के माहौल को दंगा करना चाहते थे और लोगों को डराना चाहते थे। इससे चुनाव के माहौल में हार-जीत के मामले पर असर पड़ सकता था।
कश्मीर पुलिस ने इस साजिश की जानकारी प्राप्त की और तत्परता से काम किया। उन्होंने आतंकी गठबंधन के सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनके घरों में छापेमारी की। इस छापेमारी में उन्होंने बड़ी मात्रा में आतंकी सामग्री और हथियार बरामद किए।
इस साजिश में पाकिस्तानी सरगना का भी एक बड़ा योगदान था। पाकिस्तानी सरगना ने चुनाव से पहले ही आतंकी गठबंधन को पैसा दिया था और उन्हें धमाकों की योजना बनाने में मदद की थी। इसके बदले में उसे 10 लाख रुपये का इनाम दिया गया था।
पाकिस्तानी सरगना पर 10 लाख का इनाम
पाकिस्तानी सरगना को आतंकी गठबंधन ने इस साजिश के लिए इनाम दिया था। इसका मकसद था कि वह और अन्य आतंकी सरगना इस साजिश के लिए और भी मेहनत करें और इस तरह के हमलों की योजना बनाएं। इससे चुनाव के माहौल में डरावना माहौल पैदा होता और लोगों का विश्वास घट जाता।
कश्मीर पुलिस ने इस साजिश को नाकाम कर दिया है और आतंकी गठबंधन को एक बड़ा प्रहार पहुंचाया है। इससे चुनाव में लोगों का विश्वास बढ़ा है और उनकी सुरक्षा की गारंटी मिली है।
इस साजिश के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने का खुलासा हुआ है। पाकिस्तान कभी भी भारत के खिलाफ नकारात्मक कार्रवाईयों का समर्थन करता है और आतंकवाद को बढ़ावा देता है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान कश्मीर में अपनी आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देता है और भारत की सुरक्षा को खतरे में डालने की कोशिश करता है।
सुरक्षा बलों का बड़ा योगदान
कश्मीर में चुनाव से पहले इस साजिश को नाकाम करने में सुरक्षा बलों का बड़ा योगदान रहा है। वे निरंतर चौकसी कर रहे थे और आतंकी गठबंधन के सदस्यों को पहचानने में मदद की। उन्होंने आतंकी सामग्री और हथियार बरामद किए और इससे चुनाव में लोगों की सुरक्षा की गारंटी मिली।
सुरक्षा बलों की मजबूत पहुंच और निगरानी ने चुनाव में लोगों का विश्वास बढ़ाया है। लोग अब चुनावों में अपना मतदान करने के लिए डर कम महसूस कर रहे हैं। इससे चुनाव में बड़ी भागीदारी देखने की संभावना है और लोगों का विश्वास भी बढ़ा है।
चुनाव से पहले ही आतंकी गठबंधन की यह साजिश नाकाम हो गई है और इससे लोगों की सुरक्षा की गारंटी मिली है। कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों को इसकी तारीफ की जानी चाहिए क्योंकि उन्होंने अपनी जांच और निगरानी को मजबूत किया है और आतंकी गठबंधन को एक बड़ा प्रहार पहुंचाया है।