धनबाद: झारखंड के मधुबन थाना क्षेत्र में पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प के दौरान एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें असर्फी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए दुर्गापुर मिशन अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद बोकारो रेंज के आईजी, डीआईजी, डीसी समेत अन्य अधिकारियों और विधायक जयराम महतो ने अस्पताल में पहुंचकर घायल एसडीपीओ का हालचाल लिया।
घटना का विवरण:
- मामला: धर्माबांध ओपी क्षेत्र में दो गुटों के बीच विवाद के बाद हिंसक झड़प हुई। एक गुट ने मधुबन थाना क्षेत्र में गिरिडीह सांसद सीपी चौधरी के कार्यालय में आग लगा दी।
- पुलिस की कार्रवाई: घटना का निरीक्षण करने गए एसडीपीओ पर पीछे से पत्थरबाजी की गई। इस दौरान बमबाजी भी हुई।
- स्थिति: एसडीपीओ के सिर पर गंभीर चोट लगी है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रभाव और प्रतिक्रिया:
- विधायकों और अधिकारियों का बयान:
- विधायक जयराम महतो: घटना को “असंवैधानिक” बताते हुए माफियाओं और कोयला चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मौके का फायदा उठाकर क्षेत्र को माफिया मुक्त करना चाहिए।
- आईजी राज माइकल: मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- पुलिस की प्रतिक्रिया: पत्थरबाजी और हमले में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। घटना को लेकर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
सामाजिक और कानूनी मुद्दे:
विधायक जयराम महतो ने सिस्टम की खामियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि माफियाओं के बढ़ते मनोबल के पीछे व्यवस्था की कमजोरी जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस मामले को मुख्यमंत्री तक ले जाया जाएगा और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आगे की कार्रवाई:
- मामले की जांच के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
- प्रशासन और पुलिस क्षेत्र में शांति बहाली के लिए कदम उठा रहे हैं।
- विधायक ने पत्रकार और वकीलों की सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन एक्ट की वकालत की है।