गया से श्रीकांत
बोधगया(गया)। आज विश्व योग दिवस पर बोधगया अवस्थित शंकराचार्य मठ में साधू सन्यासियों एवं कर्मचारियों के द्वारा सामूहिक रूप से आसन एवं ध्यान किया गया। उक्त अवसर पर महंत त्रिवेणी गिरी जी के द्वारा आसन की उपयोगिता के संबंध में सबो को मार्गदर्शन किया गया।
साधुओं ने पतंजलि योग सूत्र और योग के दार्शनिक व्यवहारिक एवं वैज्ञानिक स्वरूप पर प्रकाश डाला। सभी साधुओं ने एकमत होकर करके समाज में योग के वास्तविक स्वरूप एवं वर्तमान विभीषिका और परिस्थिति को देखते हुए समाज के आरोग्य हेतु बोधगया मठ में योग दिवस के शुभ अवसर पर प्रतिदिन प्रातः 6:30 से 7:30 सत्र चलाने का संकल्प किया।
प्रारंभिक दृष्टिकोण से यह मठ के साधु सन्यासियों एवं कर्मचारियों के बीच में चलेगा भविष्य में सरकार के कोरोना काल के दिशा निर्देशों के अनुसार आम जनमानस हेतु भी आयोजित होगा। श्री महंत त्रिवेणी गिरी जी ने बताया कि योग मन को एकाग्र, शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ ही आत्मतत्व के अनुभव का परम साधन है। उन्होंने कहा कि आज परम सुखद संयोग घटित हुआ कि विश्व योग दिवस और निर्जला एकादशी एक ही दिन पड़े हैं निर्जला एकादशी के शुभ अवसर पर मठ में प्रतिदिन राम चरित्र मानस के पाठ एवं प्रवचन की व्यवस्था मठ परिसर में की गई है सुधी जन भविष्य में इसका भी लाभ उठा पाएंगे।
उक्त अवसर पर स्वामी सत्यानंद गिरी, स्वामी विशाल आनंद गिरी, स्वामी माधवानंद गिरी, स्वामी सर्वानंद गिरी, स्वामी विवेकानंद गिरी, स्वामी चिदानंद गिरी, स्वामी कमलानंद, स्वामी स्वरूपानंद, एवं मठ के पुजारी एवं कर्मचारियों ने योग सत्र एवं राम चरित्र मानस के सत्संग में उपस्थित रहे।