नई दिल्ली: आतंक के बदलते खतरे के परिदृश्य में, ‘वज्र शॉटगन’ और ‘इम्प्रोवाइज्ड एनालॉग स्टेथोस्कोप’ ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और अन्य केंद्रीय बलों के लिए नई ताकत प्रदान की है।
पिछले हफ्ते उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बेंगलुरु दौरे के दौरान, एनएसजी ने वज्र शॉटगन की मदद से एक अज्ञात ड्रोन को निष्क्रिय किया। इससे पहले भी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मधुबनी (बिहार) यात्रा और प्रयागराज के कुंभ मेले के दौरान भी इस शॉटगन का इस्तेमाल किया गया था।
वज्र शॉटगन क्या है?
-
वज्र शॉटगन चेन्नई स्थित डिफेंस टेक कंपनी Big Bang Boom Solutions द्वारा विकसित एक हैंडहेल्ड एंटी-ड्रोन गन है।
-
यह RF (रेडियो फ्रीक्वेंसी) और GNSS (ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम) को जाम कर ड्रोन को निष्क्रिय करती है।
-
इसकी प्रभावी सीमा 2 किलोमीटर तक है।
-
2022 से अब तक 1,150 बार इसका प्रयोग किया गया और 27 ड्रोन को निष्क्रिय किया गया है।
इम्प्रोवाइज्ड एनालॉग स्टेथोस्कोप क्या है?
-
यह उपकरण IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को पहचानने में मदद करता है, खासकर मणिपुर जैसे क्षेत्रों में।
-
पिछले 6 महीनों में इसने 75–80 टाइमर-बेस्ड IEDs को पहचान कर लगभग 100 किलोग्राम विस्फोटक को निष्क्रिय करने में मदद की।
-
इसे पूर्वी कमान की काउंटर एक्सप्लोसिव यूनिट के वीटी सतीश कुमार ने इनोवेट किया है।
-
यह स्टेथोस्कोप IED को पास से सुनकर उसमें टाइमर की मौजूदगी का पता लगाता है।
कहां प्रदर्शित हो रहा है?
-
ये दोनों डिवाइस नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में चल रहे NSG के काउंटर टेरर इंटरनेशनल सेमिनार में प्रदर्शित किए गए।
-
सेमिनार का विषय है:
“आतंक के खतरों का सामना करने और आधुनिक आतंकवाद की जटिलताओं को संबोधित करने के लिए सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देना”।
क्या है अगला कदम?
-
इम्प्रोवाइज्ड स्टेथोस्कोप अभी ट्रायल फेज में है।
-
कई राज्यों के पुलिस विभागों ने इसमें रुचि दिखाई है और परीक्षण पूरा होते ही इसे अपनाया जाएगा।