वॉशिंगटन डीसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बहुप्रतीक्षित अमेरिकी दौरे की शुरुआत कर दी है। दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन वह ब्लेयर हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वॉल्ट्ज से मुलाकात कर रहे हैं। इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क और रिपब्लिकन नेता विवेक रामास्वामी से मिलेंगे। सबसे अहम बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होगी, जहां दोनों देशों के बीच एक नए रक्षा समझौते की घोषणा होने की संभावना है।
खुफिया सहयोग पर चर्चा: पीएम मोदी की तुलसी गबार्ड से मुलाकात
अमेरिका पहुंचने के तुरंत बाद पीएम मोदी ने अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। इस बैठक में आतंकवाद विरोधी अभियानों और उभरते खतरों से निपटने के लिए खुफिया सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने हिंदू-अमेरिकी गबार्ड को अमेरिका की शीर्ष खुफिया अधिकारी बनने पर बधाई भी दी। गौरतलब है कि तुलसी गबार्ड को हाल ही में इस पद पर नियुक्त किया गया है।
अप्रवासन और निर्वासन का मुद्दा गर्माया
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से ठीक पहले, ट्रंप प्रशासन ने 104 भारतीय अवैध अप्रवासियों को वापस भेज दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 800 और भारतीयों को निकाले जाने की प्रक्रिया चल रही है, जिनमें 487 भारतीय नागरिक और 298 अन्य लोग शामिल हैं, जिनकी अंतिम पुष्टि होनी बाकी है। भारत सरकार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा की मांग की है और अमेरिकी प्रशासन के रवैये पर चिंता जताई है।
अब सबकी निगाहें पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात पर टिकी हैं। क्या इस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ेगा? यह देखना दिलचस्प होगा।