प्रयागराज: महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने की दिशा में सरकार और रेलवे प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रयागराज रेल मंडल ने महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों पर 24×7 मेडिकल ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन ऑब्जर्वेशन रूम में विशेष चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे किसी भी आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सहायता दी जा सके।
स्टेशनों पर 24 घंटे मेडिकल सेवा
रेलवे प्रशासन ने प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग, सुबेदारगंज, नैनी और छिवकी रेलवे स्टेशनों पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन केंद्रों पर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ 8 घंटे की शिफ्ट में अपनी सेवाएं देंगे। हर ऑब्जर्वेशन रूम के लिए 15 स्टाफ नर्स, 12 फार्मासिस्ट, 12 हॉस्पिटल अटेंडेंट और 15 हाउसकीपिंग असिस्टेंट नियुक्त किए गए हैं।
उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय ने जानकारी देते हुए बताया कि जरूरत पड़ने पर रेलवे हॉस्पिटल के डॉक्टर्स भी ऑब्जर्वेशन रूम में ड्यूटी करेंगे। रेलवे प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए चिकित्सा सेवाओं को पर्याप्त और प्रभावी बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
प्राथमिक चिकित्सा के अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध
ऑब्जर्वेशन रूम में प्राथमिक चिकित्सा के लिए सभी जरूरी उपकरण और दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं। इनमें ECG मशीन, डिफ़िब्रिलेटर, ऑक्सीजन कन्सेन्ट्रेटर, ग्लूकोमीटर जैसी सुविधाएं शामिल हैं। सर्दियों के मौसम, भीड़ और लंबी दूरी तय करने के कारण हार्ट पेशेंट, साइनस, डायबिटीज जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी।
एम्बुलेंस सेवा का प्रबंध
रेलवे प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यदि किसी तीर्थयात्री की स्थिति गंभीर होती है, तो उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी रेलवे हॉस्पिटल या शहर के मेडिकल सेंटर तक तुरंत पहुंचाया जा सके। इसके लिए शहर के प्रमुख हॉस्पिटल्स और रेलवे के मेडिकल सेंटरों के साथ समन्वय स्थापित किया गया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता
महाकुंभ 2025 में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे। उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना रेलवे प्रशासन की प्राथमिकता है। ऑब्जर्वेशन रूम की स्थापना से तीर्थयात्रियों को समय पर चिकित्सा सहायता मिलेगी और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव होगी।
रेलवे के इस कदम से महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और सफल बनाने में बड़ा योगदान मिलेगा। श्रद्धालुओं के लिए यह एक राहत भरा कदम साबित होगा।