भावनगर: अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ (Import Duty) के बाद भारत की कई अहम इंडस्ट्रीज़ पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा असर गुजरात के भावनगर स्थित हीरा उद्योग पर पड़ा है। अमेरिका में भारत से निर्यात होने वाले पॉलिश्ड डायमंड और डायमंड ज्वेलरी की मांग पहले से ही काफी थी, लेकिन अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले ने इस व्यापार को गहरी मंदी की ओर धकेलने का खतरा पैदा कर दिया है।
अमेरिका ने अब भारतीय हीरे और आभूषणों पर भारी टैरिफ थोप दिए हैं। पहले जहां पॉलिश्ड डायमंड पर 0% और ज्वेलरी पर 6% शुल्क लगता था, वहीं अब पॉलिश्ड डायमंड पर 26% और डायमंड ज्वेलरी पर 32% आयात शुल्क लगाया गया है।
भावनगर डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम पटेल ने बताया, “यह झटका बहुत बड़ा है। पहले से ही उद्योग तीन साल से मंदी में है, और अब यह नया टैरिफ लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी छीन सकता है।”
पटेल ने कहा कि “शहर और ज़िले के हज़ारों लोग इस व्यापार पर निर्भर हैं। पहले से ही कई लोग उद्योग छोड़ चुके हैं और अब नए कारीगरों की ट्रेनिंग भी नहीं हो रही है। अगर अमेरिका में मांग और गिर गई तो हीरा उद्योग और सिकुड़ जाएगा।”
हीरा व्यापारियों में फैली चिंता
अचानक बढ़े शुल्कों ने व्यापारियों को असमंजस में डाल दिया है। “अभी टैरिफ लागू हुए सिर्फ़ दो दिन हुए हैं, इसलिए असर पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। लेकिन हमारे माल की कीमत लगभग 25% तक बढ़ जाएगी। ऐसे में अमेरिकी ग्राहक खरीदारी जारी रखेंगे या नहीं, यह अभी नहीं कहा जा सकता,” पटेल ने जोड़ा।
इस नए शुल्क के कारण कई व्यापारियों ने अस्थायी रूप से अपना व्यापार रोक दिया है। अमेरिका भारत के हीरे और ज्वेलरी के सबसे बड़े खरीदारों में से एक है। अगर अमेरिका की मांग में गिरावट आई, तो इसका असर पूरे भारत के हीरा उद्योग पर पड़ेगा।