नई दिल्ली, 17 मई 2025: दिल्ली क्राइम ब्रांच की एनडीआर यूनिट ने मंगलवार को उत्तर-पश्चिम दिल्ली के औचंदी गांव में छापेमारी कर 13 अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। इनमें पांच नाबालिग भी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए किसी के पास भारत में रहने के लिए वैध दस्तावेज नहीं थे।
डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया, “13 मई को हेड कांस्टेबल राजबीर को सूचना मिली थी कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक औचंदी गांव में रहने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद एसआई दीपेंद्र, गुरमीत सहित एक टीम गठित की गई, जिसका नेतृत्व एसीपी उमेश बर्थवाल ने किया और इसमें निरीक्षक योगेश व विनोद यादव भी शामिल थे।”
टीम ने औचंदी गांव पहुंचकर 13 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। पूछताछ में सभी ने बांग्लादेशी नागरिक होने की बात कबूल की और यह भी बताया कि उनके पास भारत में रहने का कोई वैध दस्तावेज नहीं है।
जांच में खुलासा हुआ कि ये सभी बांग्लादेश के खुशावली गांव (जिला खुदीग्राम) के निवासी हैं। दो साल पहले उन्होंने जलील नामक एजेंट की मदद से भारत-बांग्लादेश सीमा पार की और कूचबिहार रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहां से ट्रेन के जरिये दिल्ली आए और हरियाणा के खरखौदा इलाके के एक ईंट भट्ठे में मजदूरी करने लगे।
गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल हैं:
-
मोहम्मद रफीकुल (50 वर्ष)
-
उनकी पत्नी खातेजा बेगम
-
मोहम्मद अनवर हुसैन, मोहम्मद अमीनुल इस्लाम, जोरीना बेगम, अफरोजा खातून, मोहम्मद खाखोन, हसना और पांच नाबालिग बच्चे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि “गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि इन्हें बांग्लादेश वापस भेजा जा सके। साथ ही, सीमा पार कराने वाले एजेंट जलील की जानकारी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को भेज दी गई है।”