कई कंपनियां बंद हुईं, एक और एनटीपीसी बंद हो जाएगा तो क्या फर्क पड़ता है
एनटीपीसी के खिलाफ बड़कागांव में आधा दर्जन कांग्रेसी विधायकों का हुआ जुटान
करीब दो माह से बड़कागांव में चल रहा विस्थापितों का आंदोलन, सियासी पारा गर्म
अजय निराला / उज्जवल दुनिया संवाददाता /हजारीबाग। बड़कागांव में एनटीपीसी के खिलाफ रैयत विस्थापितों का आंदोलन आब परवान चढ़ गया है। साथ ही सियासी पारा भी गर्म हो गया है। राज्य सरकार को समर्थन दे रहे एक बड़े राजनीतिक दल कांग्रेस ने सीधे राज्य सरकार को ही निशाने पर ले लिया है। बड़कागांव में एनटीपीसी के खिलाफ विस्थापित रैयतों के चल रहे आंदोलन को हवा देने के लिए बुधवार को बड़कागांव में कांग्रेस के छह विधायकों का जुटान हुआ।
इसमें जामताड़ा के विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, बरही विधायक अकेला यादव, रामगढ़ विधायक ममता कुमारी, विधायक अंबा प्रसाद, सिमडेगा विधायक भूषण वाड़ा और कोलेबिरा विधायक नीलसन पोगाड़ी शामिल हुए।
इसमें डॉक्टर इरफान अंसारी ने हेमंत सरकार को स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विस्थापित रैयतों की मांगी नहीं सुनेगी, तो कांग्रेस सरकार से हाथ खींच लेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री की होगी।
इस मामले में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें साफ कहा जा की बीजेपी की सरकार जब थी उस वक्त रैयतों के साथ इंसाफ नहीं किया गया। अगर हमारी सरकार में ऐसा हुआ तो हम सरकार हिला देंगे।
हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि यह आरोप विपक्ष और एनटीपीसी अधिकारियों की चाल है। हमने ऐसा कुछ नहीं कहा है। राज्य में हमारी सरकार है। बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने भी इस वीडियो के बारे में कहा कि सरकार गिराने के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहा गया है।