चुनाव लड़ना मेरा फैसला नहीं, यह दल का फैसला है कि क्या सेवा लेता हैः गुप्तेश्वर पांडेय
बक्सर से विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज
वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने की भी थी चर्चा
राजीव मिश्रा/पटना, 28 सितम्बर (हि.स.)। बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय रविवार को आखिरकार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में शामिल हो गये। सीएम आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुप्तेश्वर पांडेय को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह आदि मौजूद थे। जदयू में शामिल होने के साथ ही गुप्तेश्वर पांडेय के बक्सर से विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गयी हैं ।
जदयू में शामिल होने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैं दल का अनुशासित सिपाही हूं। चुनाव लड़ना मेरा फैसला नहीं हो सकता है। ये दल का फैसला होगा कि वह मेरी सेवा कैसे लेता है। नीतीश कुमार हमारे नेता हैं। पार्टी जो भी हमसे कहेगी, वह करूंगा। मैं दिल का साफ आदमी हूं। मुझे तो अभी पता भी नहीं है कि राजनीति क्या होती है। जो भी हमारे नेता का आदेश होगा, उसका पालन होगा।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने पांच दिन पहले 22 सितम्बर को वीआरएस ले लिया था। तभी से उनके राजनीति में जाने और विधानसभा या लोकसभा का उपचुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। इस बात की जबरदस्त चर्चा थी कि वे वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ सकते हैं। साथ ही बक्सर में उनकी सक्रियता को देखते हुए बक्सर से भी विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। इससे पहले भी 2009 में उन्होंने इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने का फैसला किया था लेकिन कहीं से टिकट न मिल पाने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाए और अपना इस्तीफा वापस ले लिया।
एक दिन पहले शनिवार को गुप्तेश्वर पांडेय ने जदयू कार्यालय में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही उनके जदयू में जाने की अटकलें तेज हो गई थीं। हालांकि, नीतीश से मिलकर निकलने के बाद पत्रकारों के पूछने पर पांडेय ने खुलकर कुछ नहीं बोला था। इतना जरूर कहा था कि मैं स्वतंत्र नागरिक हूं। किसी से कभी भी मिल सकता हूं लेकिन जदयू की सदस्यता ग्रहण करने को लेकर कोई बात नहीं हुई है