उज्ज्वल दुनिया \रांची । झामुमो ने जेईई-मेन और नीट की परीक्षा का विरोध करते हुए कहा है कि अगर परीक्षा के कारण कोई भी बच्चा संक्रमित हुआ तो केंद्रीय शिक्षा मंत्री के विरुद्ध आपराधिक और कैजुअल्टी हुई तो हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। क्योंकि केंद्र सरकार जानबूझ कर बच्चों को मौत के मुंह में धकेलने जा रही है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद, होटल और लॉज बंद, फिर कैसे आएंगे छात्र, रहेंगे कहां?
झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश में होटल, लॉज और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है। उस स्थिति में गढ़वा के बच्चे कैसे रांची आएंगे और अगर आएंगे तो वे कहां ठहरेंगे तथा आने पर खर्च होनेवाली लगभग दस हजार की राशि एक मध्यम, निम्न मध्यम और गरीब परिवार कहां से व्यय करेगा। यह सोचनेवाली बात है। लेकिन केंद्र सरकार इसलिए परीक्षा लेने पर आमादा है क्योंकि इस परीक्षा में किसी अडाणी, अंबानी या कॉरपोरेट घराने के बच्चों को शामिल नहीं होना है।
बगैर सोशल या इनवायरमेंटल असेसमेंट के नहीं होने देंगे कमर्शियल माइनिंग
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार अब देश में आम लोगों के लिए कोई कानून नहीं बनाने जा रही है। पहले सोशल असेसमेंट इंपैक्ट को कमजोर कर दिया गया अब इनवायरमेंटल असेसमेंट इंपैक्ट में ग्राम सभा की राय को किनारे किया जा रहा है। ड्राफ्ट में अब परियोजना की समाप्ति के बाद असेसमेंट करने की बात कही गई है। यह झारखंड की पहचान मिटाने की साजिश है। उन्होंने चेताया कि झारखंड में मजबूत हेमंत सोरेन की सरकार बगैर सोशल और इनवायरमेंटल अससमेंट इंपैक्ट के कोई भी इंडस्ट्रीयलाइजेशन नहीं होने देगी। कोविड-19 का प्रकोप समाप्त होते ही केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध बड़ा जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा।
कोरोना से इलाज का दर ज्यादा
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कोरोना संक्रमितों के लिए प्राइवेट अस्पतालों इलाज के लिए तय दर को ज्यादा बताया। उन्होंने कहा कि यह दर मेट्रोपॉलिटन सिटी और बड़े महानगरों के समतुल्य है, जिसे झारखंड पिछड़े राज्य के लोगों को देने में मुश्किल होगी। उन्होंने इस पर विचार करने की वकालत करते हुए निजी अस्पतालों से भी कम से कम फीस लेने का आह्वान किया।