लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गिद्ध संरक्षण केंद्र पर्यावरण की शुद्धि का माध्यम बनेगा। साथ ही यह उस क्षेत्र में ईको टूरिज्म की संभावनाओं को भी बढ़ाएगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर ‘वन्य प्राणी सप्ताह’ के समापन अवसर पर वर्चुअल माध्यम से महराजगंज के जटायु (गिद्ध) संरक्षण केंद्र का शिलान्यास किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार वन्य प्राणियों के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए लगातार काम कर रही है। गिद्घ संरक्षण केंद्र पर्यावरण की शुद्धि का माध्यम बनेगा।
योगी ने कहा कि आबादी बढ़ने के साथ ही जीवों का संरक्षण आवश्यक है। अगर एक भी कड़ी कमजोर होती है, तो ईको सिस्टम भी कमजोर होता है। गिद्ध पर्यावरण की शुद्धि करता है। जल की शुद्धि में जिस तरह से डॉल्फिन का विशेष महत्व है, उसी तरह थल की शुद्धि में गिद्ध का स्थान है।
उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इस वर्ष रिकार्ड 25 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। इससे प्रदेश का वनाच्छादन बढ़ा है।