उज्ज्वल दुनिया/लद्दाख। भारत और चीन के बीच लगातार 11 घंटे तक चली बातचीत भारी तनाव के बीच खत्म हो गई । बातचीत फेल होने के बाद भारत ने उत्तरी लद्दाख में चीनी हलचल के बाद भारी टैंकों की तैनाती कर दी है । चीन की ओर से भी ऐसा ही किया गया है । मालूम हो रविवार को ही ऐसी खबर आयी थी कि चीन ने अपने एयरबेस पर परमाणु बॉम्बर को लद्दाख की ओर तैनात कर दिये हैं ।
15 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती
सरकारी सूत्र ने बताया कि टैंकों की मौजूदगी के चलते चीन के सैनिक कोई भी हिमाकत करने से बचेंगे। उनके लिए इस स्थिति में ऑपरेट करना मुश्किल होगा। डीओबी और देपसान्ग प्लेन्स के दूसरी तरफ के इलाके में चीन ने जब अपना इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना शुरू किया था, तब यहां भारतीय सेना की माउंटेन ब्रिगेड और आर्मर्ड ब्रिगेड ही निगरानी करती थी। अब इस इलाके में 15 हजार से ज्यादा जवान और कुछ टैंक रेजीमेंट भी तैनात कर दी गई हैं।
चीनियों ने सीमा में घुसकर बना दिया था नाले पर पुल, भारतीय सैनिकों ने तोड़ा
सूत्रों ने बताया कि एक छोटा पुल पीपी -7 और पीपी-8 के पास नाला (नाली) पर भारतीय क्षेत्र के अंदर चीनियों ने बना दिया था, लेकिन इसे कुछ साल पहले भारतीय सैनिकों ने तोड़ दिया था । वर्तमान में भारत और चीन फिंगर क्षेत्र और अन्य घर्षण बिंदुओं से हो रहे विघटन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक संवाद में लगे हुए हैं, लेकिन डेपसांग मैदानों और डीबीओ क्षेत्र में एलएसी पर चीनी सैनिकों के जुटाने की बात को अभी तक सैन्य वार्ता में शामिल नहीं किया गया है.