झामुमो को गठबंधन धर्म पालन करने की दी सलाह
उज्ज्वल दुनिया/रांची । ” क्वारेन्टाइन-फ्वारेन्टाइन कुछ नहीं होता है । ये सब नौटंकी बंद किजिए । आदमी काम नहीं करेगा? नेता-विधायक लोग बैठक नहीं करेगा? ” – इरफान अंसारी
ये सच है कि झामुमो झारखंड में बड़े भाई की भूमिका में है । लेकिन उमर सिंघार जी प्रशासन की मंजूरी लेकर आए थे । जिस तरह हड़बड़ी में प्रशासन के सहयोग से उनका दौरा रद्द किया गया, वो बेहद अफसोस जनक है – दीपिका पांडे सिंह
ये चंद विचार हैं कांग्रेस के विधायकों के उमर सिंघार का दौरा रद्द होने को लेकर । इससे आगे बढ़कर कांग्रेस के कुछ नेता तो इसे हेमंत सोरेन के प्रशासन के हाथों कांग्रेस सह-प्रभारी का अपमान बता रहे हैं ।
धनबाद के झरिया से विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने बताया कि
” उमंग सिंघार जी का दौरा अचानक नहीं था । प्रशासन को इसकी सूचना पहले से थी । प्रशासन चाहता तो पहले ही सूचना दे सकता था । लेकिन पुलिस ने उमंग सिंघार जी को धनबाद की सीमा तक आने का इंतजार किया । इसके बाद बेहद अपमानजनक तरीके से उन्हें दौरा रद्द करने को कहा । “
खिजरी विधानसभा से कांग्रेस के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि
“जब भी कोई नेता आता है तो वो पूरी सरकारी प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद ही आता है । इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना”
कांग्रेस विधायकों के बयानबाज़ी पर प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरावं ने कहा कि
“कौन-क्या बोल रहा है इससे मुझे मतलब नहीं । लोकतंत्र में बोलने का अधिकार सबको है । हम सरकार में हैं । जब हम ही सरकार के नियमों का पालन नहीं करेंगे तो दूसरे क्या करेंगे? “