उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग। हजारीबाग शहर के प्राचीन और प्रतिष्ठित विद्यालयों में शुमार नेशनल पब्लिक स्कूल के संस्थापक सह शिक्षाविद् विनोद सिंह चंद्रवंशी (80) नहीं रहे।
वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और इलाजरत थे। अंतिम समय में उन्हें आरोग्यम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनके बड़े पुत्र उदय कुमार झारखंड शिक्षा परियोजना पलामू में एडीपीओ हैं और छोटा बेटा धीरेंद्र स्कूल के डायरेक्टर हैं। उनकी चार बेटियां हैं।
चार दशक पहले जब हजारीबाग में इक्के-दुक्के बड़े प्राइवेट स्कूल थे, तब वर्ष 1977 में महज 15 बच्चों के नामांकन के साथ शहर के न्यू एरिया में विनोद सिंह ने नेशन पब्लिक स्कूल की नींव रखी थी।
आज वह स्कूल शहर के नामी-गिरामी और प्रतिष्ठित विद्यालयों में शुमार हो चुका है और यहां सीबीएसई प्लस टू तक तकरीब 1000 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं।
शिक्षाविद् विनोद सिंह के निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
उनके निधन पर हजारीबाग बड़ा बाजार जैन भवन के पास अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा हजारीबाग जिला शाखा की ओर से शोक सभा का आयोजन किया गया।
उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए चंद्रवंशी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सुदेश चंद्रवंशी ने कहा कि विनोद सिंह चंद्रवंशी महासभा के सच्चे सिपाही थे।
उन्होंने अपना पूरा जीवन महासभा के उत्थान और समाज के लोगों के लिए लगाई।
चंद्रवंशी समाज के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में अलग पहचान बनाने वाले व्यक्तित्व का असामयिक निधन होना समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
उनके निधन पर चंद्रवंशी महासभा के जिला अध्यक्ष अजीत कुमार चंद्रवंशी, जिला युवा अध्यक्ष राजन वर्मा, शैलेश चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष विश्वनाथ राम चंद्रवंशी, विजय राम चंद्रवंशी, नवल सिंह चंद्रवंशी, राजेंद्र प्रसाद, अधिवक्ता प्रदीप वर्मा, दिलीप वर्मा, विकास वर्मा, प्रकाश वर्मा आदि ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।