
रांची: पारस एचईसी अस्पताल की कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ. माया के मुताबिक मौसमी बुखार या सीजनल फ्लू से बचने के लिए टीका मौजूद है। यह टीका हर साल लगवानी पड़ती है। इससे एक साल तक बचाव होता है। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे व्यक्ति को यह टीका ज्यादातर लगाया जाता है। लेकिन छह माह से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति यह टीका लगवा सकता है।
डॉ. माया के मुताबिक यदि किसी को सर्दी, खांसी, बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, दस्त आदि की शिकायत हो तो यह सीजनल फ्लू हो सकता है। हालांकि कोविड का लक्षण भी ऐसा ही होता है। इसलिए डॉक्टर से संपर्क करें। खुद से दवा नहीं करें। क्योंकि इसमें निमोनिया होने की भी आशंका होती है। यदि इस बीमारी से बचना है तो कोविड गाइडलाइन का पालन करें। मसलन-मास्क लगाएं, बार-बार हाथ धोएं, दूसरों से दूरी बना कर रखें। इस बीमारी में 104 डिग्री तक बुखार रह सकता है।
मौसम बदलने पर होता है यह फ्लूः पारस अस्पताल की डॉ. माया के मुताबिक मौसम बदलने पर मौसमी या सीजनल फ्लू होता है। जैसे- गर्मी से बरसात होने पर या ठंड होने पर होता है। ठंड बढ़ने पर भी यह फ्लू होता है। यह फ्लू ज्यादातर इंफ्लूएंजा वायरस की वजह से होता है। लेकिन कभी-कभी दूसरे वायरस की वजह से भी हो सकता है।