वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि पाकिस्तान ने 2021 के काबुल हवाईअड्डे पर हुए एबी गेट आत्मघाती बम विस्फोट के मुख्य आरोपी मुहम्मद शरीफुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रंप ने पाकिस्तान को इस “खूनी आतंकवादी” को पकड़ने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि आरोपी को आज अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा रहा है।
अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान कांग्रेस को दिए गए पहले संबोधन में, ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सरकार 13 अमेरिकी सैनिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार इस आतंकी को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तान की मदद से बड़ी गिरफ़्तारी
व्हाइट हाउस ने पुष्टि की कि एफबीआई, न्याय विभाग और सीआईए के संयुक्त प्रयासों से शरीफुल्लाह की पहचान की गई और पाकिस्तान ने उसे गिरफ्तार किया।
26 अगस्त 2021 को काबुल हवाई अड्डे के बाहर आत्मघाती बम धमाके में 170 से अधिक अफगानी नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी। इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट (ISIS-K) का हाथ माना गया था।
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा, “पाकिस्तान ने उस शीर्ष आतंकवादी को गिरफ्तार करने में हमारी सहायता की, जिसने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। अब वह अमेरिकी न्याय का सामना करेगा।”
उन्होंने साथ ही पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की अफगानिस्तान से “अव्यवस्थित और अक्षम” वापसी की निंदा करते हुए कहा कि “यह पूरी तरह से आपदा थी, जिसे बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।”
अमेरिका में प्रत्यर्पण प्रक्रिया जारी
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुहम्मद शरीफुल्लाह को बुधवार तक अमेरिका लाया जाएगा, जहां वह न्यायिक प्रक्रिया का सामना करेगा। एफबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसियां उसे अमेरिका लाने की प्रक्रिया में जुटी हुई हैं।
अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों में नया मोड़?
पाकिस्तान की इस कार्रवाई को अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच आतंकवाद विरोधी अभियानों को लेकर तनाव बना हुआ था, लेकिन इस गिरफ्तारी से दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को नई दिशा मिल सकती है।