उज्ज्वल दुनिया, बिहार(मोतिहारी)। पूर्वी चंपारण जिले में तीन दिनों से भटक रहे बंगाल टाइगर को आखिरकार पकड़ लिया गया।
वन विभाग की टीम ने उसे चिरैया थाना क्षेत्र के राघोपुर सरेह से पकड़ा।
पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र से चिरैया पहुंचे बंगाल टाइगर को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम सहित पुलिस और प्रशासनिक महकमा सुबह से ही यहां कैंप कर रहा था।
काफी मशक्कत के बाद अंतत: बाघ को पकड़ने में कामयाबी मिली।
पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल स्थित डुमरबना में दिखा यह बंगाल टाइगर लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था।
पिछले तीन दिनों से वन विभाग की टीम उसे ट्रैप करने के प्रयास में जुटी हुई थी।
गुरुवार को बंगाल टाइगर चिरैया थाना क्षेत्र के राघोपुर और बेला गांव के बीच बने पुल के समीप दिखा।
खुले में इस तरह बाघ को विचरण करते देखकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल था।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना पहले पुलिस को दी। फिर पुलिस और वन विभाग की टीम बेला गांव पहुंची। वहीं सिकरहना एसडीएम और डीएसपी भी कैंप कर रहे थे।
बाघ को ट्रैप करने के लिए वाल्मिकीनगर और पटना से रेस्क्यू टीम बुलाई गई थी।
ट्रैंकुलाइजर गन से फायर करने के बावजूद बाघ बेहोश नहीं हुआ और अंधेरा हो जाने के कारण अभियान रोक देना पड़ा।
वहीं 16 जून को बाघ पलायन कर गया और वन विभाग की टीम उसके पदचिह्नों को तलाशती रही।