नई दिल्ली: रेलवे मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को सलामी” देते हुए तस्वीर को ट्रेन टिकट पर प्रदर्शित करना हमारे सैनिकों के शौर्य को सम्मान देने की एक पहल है। सोमवार को मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह कदम सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए उठाया गया है।
रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार निदेशक दिलीप कुमार ने पीटीआई को बताया, “प्रधानमंत्री ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को सलामी देते हैं और इसकी सफलता का जश्न मनाते हैं।” उन्होंने कहा कि सभी जोन और डिवीजन ने रेलवे स्टेशनों पर कार्यक्रमों और गतिविधियों के ज़रिए ऑपरेशन सिंदूर का सम्मान किया है।
देशभर के प्रमुख स्टेशनों को तिरंगे से सजाया गया। कई डिवीजनों में स्कूली बच्चों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम पर चित्रकला प्रतियोगिताओं में भाग लिया। स्टेशनों पर सार्वजनिक डिस्प्ले सिस्टम के ज़रिए सैनिकों की बहादुरी को दर्शाने वाले वीडियो भी दिखाए गए।
जम्मू, पठानकोट, नई दिल्ली और श्रीनगर सहित कई स्टेशनों की कंक्रीट बेंचों और अन्य सुविधाओं को सेना की वर्दी के रंग में रंगा गया। जम्मू डिवीजन के एक अधिकारी ने बताया कि पठानकोट स्टेशन को सिंदूर के रंग में सजाया गया था, जिसकी तस्वीर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स (X) हैंडल पर पोस्ट की थी और लिखा था: “रंग ये सिंदूर का।”
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु उपाध्याय ने बताया, “नई दिल्ली जैसे स्टेशनों पर फौजियों के लिए विशेष रूप से बेंचें आरक्षित की गई हैं, जिन पर ‘सैनिक सम्मान’ लिखा गया है। प्रतीक्षालय में भी कुछ सीटें सैनिकों के लिए समर्पित की गई हैं।”
जम्मू डिवीजन की हालिया प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि जम्मू, सांबा, मकेरिया, गुरदासपुर, पठानकोट और कठुआ जैसे प्रमुख स्टेशनों की बेंचों को भारतीय सेना की वर्दी के रंग में रंगा गया और उन पर ‘सैनिक सम्मान’ लिखा गया।
उत्तर मध्य रेलवे ज़ोन के अधिकारियों ने बताया कि ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्काउट्स एंड गाइड्स और सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स ने भाग लिया। सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने कहा, “इन आयोजनों में युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और स्टेशनों पर देशभक्ति गीतों और कार्यक्रमों के वीडियो भी प्रदर्शित किए गए।”