भवन निर्माण विभाग के ठेकेदारों द्वारा बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती व पोटका के विधायक संजीव सरदार पर कमीशन लेने और इसके विरोध में टेंडर का बहिष्कार करने का मामला तूल पकड़ रहा है। बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती व पोटका के विधायक संजीव सरदार ने ना केवल इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, बल्कि ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही है ।
हमने पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को दी है- समीर महंती
विधानसभा की प्रश्न व ध्यानाकर्षण समिति की बैठक में शामिल होने आए समीर महंती ने कहा कि ठेकेदारों की मनमानी पर अंकुश के कारण ही वे इस तरह का अनर्गल आरोप लगा रहे हैं, जो सत्य से परे है। ऐसे आरोपों से डरने वाला नहीं हूं। ठेकेदार दूसरे लोगों की शह पर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने इस मामले की जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को भी दी है।
हम टिकाऊ हैं, बिकाऊ नहीं
झामुमो विधायक समीर महंती ने कहा कि हम जनता के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते। पांच प्रतिशत कमीशन मांगने पर कहा कि अगर ऐसा ही करना होता तो मेरी छवि आज बिकाऊ की होती, लेकिन मैं टिकाऊ हूं। आरोप से मेरी मानहानि हुई है, इसलिए मैं ऐसे लोगों को छोड़ने वाला नहीं हूं।
ठेकेदारों का सिंडिकेट व विभाग की मिलीभगत नहीं चलेगी: संजीव सरदार
विधायक संजीव सरदार ने कहा कि मैंने ना तो किसी ठेकेदार से कमीशन मांगा है, ना किसी के साथ टेलीफोन पर बात हुई है। मेरे खिलाफ अनर्गल आरोप लगाया गया है, जिससे जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे ठेस पहुंची है। आरोप लगाने वाले ठेकेदारों पर कानूनी कार्रवाई करूंगा, जिससे भविष्य में कोई ठेकेदार जनप्रतिनिधि पर इस तरह का अनर्गल आरोप लगाने की हिमाकत ना कर सके। पूर्व की सरकारों में ऐसे ठेकेदारों का सिंडिकेट काम करता था, जिसे वे अब भी जारी रखना चाहते हैं। अब ऐसा नहीं होगा। ऐसे ठेकेदारों के सिंडिकेट एवं विभागों की मिलीभगत अब नहीं चलेगी। इस सरकार में हर काम पारदर्शी तरीके से होगा।