रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस वर्ष नई योजना के रूप में बिरसा ग्राम विकास योजना सह-कृषक पाठशाला की शुरूआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में प्रत्येक जिले में एक कृषि फार्म को उन्नत कृषि तकनीक, उद्यानिक फसलों की खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन, सिंचाई की उन्नत व्यवस्था की जाएगी । फिर उसे कृषक पाठशाला के रूप में विकसित किया जायेगा । मुख्यमंत्री आज स्वतंत्रता दिवस पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे ।
पढ़ाई के साथ खेती की नई तकनीक भी सिखाएंगे
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कृषक पाठशाला में स्थानीय किसानों की क्षमता का विकास कर उन्हें कृषि क्षेत्र, पशुपालन क्षेत्र, मत्स्य पालन, सूकर पालन इत्यादि में दक्ष एवं रोजगारोन्मुखी बनाकर उनकी आय में बढ़ोत्तरी की जायेगी । बिरसा कृषि पाठशाला का मुख्य उद्देश्य गांव में ही रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
झारखंड राज्य फसल राहत योजना शुरूआत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्हें कृषि उत्पादन में आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में झारखंड राज्य फसल राहत योजना शुरू की जा रही है. इसके तहत प्रतिकूल मौसम के कारण फसलों के उत्पादन में नुकसान होने की स्थिति में क्षति का आकलन कर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा सकेगी.
बिरसा किसान के रूप में मिली पहचान
बिरसा किसान के रूप में राज्य के किसानों को एक नई पहचान मिली है. अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ के अवसर पर किसानों के लिए -34 करोड़ रूपये की योजनाओं की शुरूआत की गई है. राज्यभर के 2 लाख किसानों को 587 करोड़ रूपये का ऋण स्वीकृत किया गया. वहीं, पशुधन योजना के तहत् राज्य के 62 हजार किसानों को कुल 47 करोड़ रूपये अनुदान के रूप में उपलब्ध कराया जायेगा.
अब तक 15,442 लोगों को मिला रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्र में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री श्रमिक योजना लागू की गई है. इस योजना के अन्तर्गत अब तक 15,442 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. राज्य में कुल एक लाख तेरह हजार मानव दिवस सृजित किए गये हैं ।
इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, विनय चौबे समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.