चेन्नईः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को कांग्रेस आलाकमान ने मंगलवार (9 जनवरी) को नोटिस भेजा है। कार्ति चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता को लेकर तुलना की थी। कार्ति चिदंबरम ने कहा था कि PM मोदी का कोई मुकाबला नहीं है, उनसे मुकाबला करना राहुल गांधी के लिए मुश्किल है। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा है कि क्यों न उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
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EVM का भी किया था समर्थन
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि तमिलनाडु कांग्रेस अनुशासनात्मक समिति के अध्यक्ष केआर रामासामी ने कार्ति चिदंबरम को कारण बताओ नोटिस भेजा है। कार्ति चिदंबरम ने हाल ही में Thanthi TV को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पीएम मोदी कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ज्यादा लोकप्रिय हैं। उन्होंने इस दौरान EVM का समर्थन भी किया था। कार्ति चिदंबरम ने कहा था कि EVM बिल्कुल ठीक काम कर रहा है. आप अपनी कमी का दोष EVM पर नहीं थोप सकते।
नोटिस मिलने पर कार्ति चिदंबरम ने क्या कहा ?
कार्ति चिदंबरम के करीबी सूत्रों ने दावा किया है कि किसी सांसद को नोटिस जारी करने का अधिकार केवल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पास है। लेकिन यहां पर तमिलनाडु कांग्रेस ने ऐसा कदम उठाया है। कारण बताओ नोटिस को लेकर कई तरह की अटकलें भी लगायी जा रही है। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कारण बताओ नोटिस का उद्देश्य रणनीतिक रूप से तमिलनाडु कांग्रेस प्रमुख के रूप में कार्ति चिदंबरम की संभावित उम्मीदवारी को रोकना हो सकता है।
तमिलनाडु कांग्रेस के अंदर गुटबाजी
तमिलनाडु कांग्रेस के अंदर एक बड़ा तबका पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम को लेकर नाराज़ रहता है, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के दबाव कते कारण फिलहाल खामोस था। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के द्वारा एक वरिष्ठ नेता को भेजे गए नोटिस के बाद इस बात की चर्चा को बल मिलने लगा है कि तमिलनाडु कांग्रेस में सबकुठ ठीक नहीं चल रहा है। तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। जहां डीएमके के साथ कांग्रेस पार्टी की सरकार है।