सियाचिन के पास POK में सड़क बना रहा चीन
हाल ही में तस्वीरों के माध्यम से सामने आया है कि चीन ने सियाचिन के पास पाकिस्तान ओक्कुपाइड कश्मीर (POK) में एक सड़क का निर्माण किया है। यह खुलासा भारतीय सेना के द्वारा उच्चतम ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर के नजदीकी क्षेत्र में तैनात भारतीय सेना के सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ है।
सियाचिन क्षेत्र भारतीय ओक्कुपाइड कश्मीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह भारतीय सेना के लिए रणनीतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र लगभग 5,300 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसमें सियाचिन ग्लेशियर, साल्टोरो रिजर्व और नानग ला पास जैसे महत्वपूर्ण स्थान सम्मिलित हैं।
इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा
सियाचिन क्षेत्र का इतिहास बहुत महत्वपूर्ण है। 1947 में भारत की आजादी के समय, पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को कब्जा कर लिया था। इसके बाद, 1963 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए एक समझौते के तहत, पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को चीन को सौंप दिया था। इससे पहले यह क्षेत्र भारतीय ओक्कुपाइड कश्मीर का हिस्सा था।
चीन द्वारा सियाचिन क्षेत्र में सड़क का निर्माण करने का मकसद यह है कि वे अपनी सेना को इस क्षेत्र में तेजी से और आसानी से तैनात कर सकें। इसके अलावा, चीन अपनी वाणिज्यिक और सैन्य गतिविधियों को भी इस क्षेत्र में बढ़ाना चाहता है।
भारतीय सेना की सतर्कता
भारतीय सेना ने चीन के इस कदम के खिलाफ तत्परता जताई है और उसने इस खुलासे के बाद अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। सियाचिन क्षेत्र भारतीय सेना के लिए रणनीतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है और वह इसे अपने कब्जे में रखना चाहती है। भारतीय सेना के सैटेलाइट तस्वीरों का उपयोग करके वह इस क्षेत्र में हो रही गतिविधियों का निरीक्षण करती है।
भारतीय सेना के पास सियाचिन क्षेत्र में बहुत ही कठिन स्थानीय यातायात के कारण खुदाई के लिए विशेष और विशेष उपकरण होते हैं। इसके अलावा, वह इस क्षेत्र में तैनात सैनिकों के लिए उच्च ध्यान मशीनें और उपकरण भी उपलब्ध कराती है।
भारतीय सेना ने चीन के इस कदम का जवाब देते हुए अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है और वह इस क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए नई रणनीतियाँ अपना रही है। भारतीय सेना के सैटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से वह चीन की गतिविधियों का निरीक्षण करती है और उसके खिलाफ अपनी सतर्कता बनाए रखती है।