
गिरिडीह : झारखण्ड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पूनर्वास नीति से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी संगठन का सब जोनल कमाण्डर सह पाँच लाख का इनामी नक्सली नुनुचंद महतो उर्फ नुनुलाल उर्फ नुनुचन्द टाईगर उर्फ टाईगर उर्फ गॉधी उर्फ नेताजी उर्फ मुखीया जी उर्फ लाखन मंगलवार को एसपी अमित रेणु की मौजूदगी में गिरिडीह पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया है। नुनुचन्द के पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर मुख्यधारा में शामिल होने पर जिले के पुलिस कप्तान अमित रेणु ने जंहा बुके भेंट कर उसका स्वागत किया वंही पुनर्वास नीति के तहत उसे 05 लाख रुपये का चेक भी सौंपा।

बताया जाता है कि जिले के पीरटांड़ प्रखण्ड अंतर्गत खुखरा थाना क्षेत्र के बरहागढ़ी टोला भेलवाडीह निवासी स्व0 मोहन महतो का 45 वर्षीय पुत्र नुनुचन्द महतो वर्ष 2008 में गोबिन्द मॉझी के कहने पर अजय महतो के साथ दस्ता में शामिल हुआ था। संगठन के प्रति इनकी वफादारी के कारण वर्ष 2012-13 में इन्हें पारसनाथ क्षेत्र का सब जोनल कमाण्डर बना दिया गया। संगठन में इन्हें पारसनाथ का पूर्वी क्षेत्र पीरटांड, खुखरा, हरलाडीह, धनबाद जिला का मनियाडीह, तोपचॉची क्षेत्र की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी। लेकिन यह दस्ता के सभी कार्रवाई में साथ रहते थे। इस दौरान इनके विरूद्ध गिरिडीह, धनबाद एवं बोकोरो जिले के विभिन्न थाना में कुल 72 केस दर्ज है। जिनमे गिरिडीह जिले में सर्वाधिक 59 काण्ड, धनबाद जिले में कुल 09 काण्ड तथा बोकारो जिला में कुल 04 काण्ड दर्ज है।
विदित हो कि हाल के दिनों में जिले के पुलिस कप्तान अमित रेणु के निर्देश पर नक्सलियों के विरुद्ध सीआरपीएफ के सहयोग से जिला पुलिस बल द्वारा लगातार पारसनाथ पहाड़ की तराई वाले क्षेत्रों के साथ नक्सलियों के संभावित ठिकानों वाले इलाके में सर्च अभियान चलाये जा रहे है। समझा जाता है कि नकसलियों के विरुद्ध की जा रही पुलिसिया कार्रवाई के दवाब में तथा गिरिडीह जिला पुलिस के कम्युनिटी पुलिसिंग से प्रभावित होकर हार्डकोर नक्सली नुनुचन्द ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है।

हार्डकोर नक्सली नुनुचन्द महतो के आत्म समर्पण में पुलिस कप्तान अमित रेणु के निर्देशन में एसडीपीओ डुमरी मनोज कुमार, डुमरी इंस्पेक्टर आदि कान्त महतो,पीरटांड थाना प्रभारी पवन कुमार, मधुबन थाना प्रभारी डिलशन विरूआ, खुखरा थाना प्रभारी सोमा उरांव, तथा हरलाडीह ओपी प्रभारी शशि सिंह, की भूमिका सराहनीय रही।