ममता बनर्जी ने TMC की जो लिस्ट जारी की है, उसमें उन्होंने खुद को सिर्फ नंदीग्राम से लड़ने की बात कही है । Mamta की परंपरागत सीट कोलकाता के भवानीपुर से उन्होंने राज्य के बिजली मंत्री सोवानदेब चटर्जी को उतारा है । सोवानदेब चटर्जी भले आदमी हैं, नारद-सारदा जैसे घोटाल का आरोप भी नहीं है । और सबसे बड़ी बात सोवानदेब दा बंंगाली ब्राह्मण हैं और उनकी इज्जत गैैैर बंंगालीसमुदाय भी करता है ।
भवानीपुर सीट का गणित समझिए
कोलकाता का 159-भवानीपुर विधानसभा सीट पर करीब 50 हजार से ज्यादा गैर बंगाली वोटर हैं। गुजराती, मारवाड़ी और दूसरे समुदाय के लोग इस निर्वाचन क्षेत्र में ज्यादा हैं। जग्गू बाबू बाजार और अलीपुर जैसे इलाके इस सीट के दायरे में आते हैं। यहां हिंदी बोलने वाले लोगों की तादाद ज्यादा है। इसके साथ ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिस जगह रहते थे, वह नेताजी भवन भी इसी इलाके में आता है। इस सीट पर राज्यसभा सदस्य स्वप्न दास गुप्ता का नाम बीजेपी की ओर से चल रहा है।
भवानीपुर सीट के लिए मुफीद हैं सोवानदेब दा
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का परिवार भााजपा के साथ है, गुजराती-मारवाड़ी समाज भाजपा के साथ है, हिंदी भाषी इस बार भाजपा के साथ दिख रहे हैं । स्वप्न दासगुप्ता बंगाली ब्राह्मण हैं । ऐसे में Mamta बनर्जी को इस सीट से हार की आशंका सता रही थी । ममता बनर्जी की मुस्लिम परस्त छवि के मुकाबले सोवानदेब चटर्जी की बंंगाली ब्राह्मण और इमानदार छवि भवानीपुर के लिए ज्यादा मुुुुफीद है। सोवानदेब चटर्जी के नाम पर बंगाली-गैर बंगाली का विभाजन भी उस तरह से नहीं होगा, जैसा Mamta की “बंगाली राज करेगा” वाली छवि के रहते होता ।
पिछली बार ममता को भवानीपुर में 70 फीसदी वोट मिले थे
इसी इलाके में कालीघाट के 73 नंबर वॉर्ड स्थित हरीश चटर्जी रोड पर ममता बनर्जी का अपना घर है। वह रमेश मित्रा इंस्टिट्यूट पोलिंग बूथ पर चुनाव में वोट देती रही है । पिछली बार Mamta के मुकाबले यहां पर सीपीआई ने मुस्लिम प्रत्याशी उतारा था । ममता बनर्जी को गुजराती-मारवाड़ी और हिंदी भाषी समुदाय का एकमुश्त वोट मिला था । इसके अलावा उन्हें बंगाली ब्राह्मण और कुछ मुसलमानों के वोट भी मिले थे ।