लखनऊ, 15 मई 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए यात्रा को और भी आरामदायक और सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने इन दोनों एक्सप्रेसवे पर कुल 12 अत्याधुनिक ट्रैवल हब विकसित करने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है।
सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा तैयार की गई इस मास्टर प्लान के तहत इन हब्स में यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इनमें साफ-सुथरे शौचालय, नर्सिंग रूम, दिव्यांगजनों के लिए विशेष सहूलियतें और बच्चों की देखभाल हेतु विशेष क्षेत्र शामिल होंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आठ ट्रैवल हब बनाए जाएंगे, जिनमें से चार प्रमुख हब्स पर ₹299.18 करोड़ की लागत आएगी। वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ऐसे ही हब्स के निर्माण पर ₹126.25 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के सुल्तानपुर नोड पर ₹40.72 करोड़ और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बांदा हब पर ₹30.82 करोड़ खर्च किए जाएंगे। ये हब दोनों एक्सप्रेसवे पर अब तक के सबसे बड़े पैसेंजर सर्विस सेंटर्स होंगे।
इन सुविधाओं में पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग आधुनिक शौचालय ब्लॉक होंगे, बच्चों के लिए फ्रेंडली वॉशरूम और माताओं के लिए ब्रेस्टफीडिंग तथा चेंजिंग रूम की सुविधा होगी। इसके अलावा दिव्यांगजनों के लिए एंटी-स्किड फ्लोरिंग, व्हीलचेयर और होल्डिंग बार जैसी सहूलियतें भी दी जाएंगी।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य के लिए ₹78.77 करोड़ सिविल वर्क और ₹11.90 करोड़ इलेक्ट्रिकल वर्क पर खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा HVAC सिस्टम के लिए ₹69.60 लाख, पांच साल की मेंटेनेंस के लिए ₹2.28 करोड़ और UPPCL से संबंधित कार्यों के लिए ₹7.70 करोड़ की राशि निर्धारित की गई है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ₹169.37 करोड़ सिविल वर्क, ₹23.81 करोड़ इलेक्ट्रिकल वर्क, ₹1.39 करोड़ HVAC इंस्टॉलेशन, ₹4.86 करोड़ मेंटेनेंस और ₹49.86 करोड़ UPPCL से जुड़े कार्यों पर खर्च किए जाएंगे। इन हब्स के बनने से यात्रियों को अब लंबी यात्रा के दौरान आराम और सुविधा दोनों मिलेगी।