नई दिल्ली । यूपी सरकार के जनसंख्या नियंत्रण बिल को लेकर चर्चाओं के बीच संसद के मॉनसून सेशन में भी जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवाज बुलंद होगी। बीजेपी के कई राज्यसभा सांसद जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने वाले हैं। 6 अगस्त को इसी तरह के एक बिल पर राज्यसभा में चर्चा होने की भी उम्मीद जताई जा रही है।
6 अगस्त को राज्यसभा में चर्चा
सूत्रों के मुताबिक इस बार बैलेट में दूसरे नंबर पर सांसद राकेश सिन्हा के बिल का नंबर आया है। इसलिए माना जा रहा है कि 6 अगस्त को उनके जनसंख्या नियंत्रण बिल पर चर्चा हो सकती है। सिन्हा के जनसंख्या नियंत्रण बिल में कहा गया है कि दो से ज्यादा बच्चे होने पर स्थानीय चुनाव सहित, विधानसभा और संसद का चुनाव लड़ने, साथ ही विधानपरिषद या राज्यसभा का मेंबर बनने पर रोक हो। सरकारी कर्मचारियों से एफिडेविट भरवाया जाए कि उनके दो से ज्यादा बच्चे नहीं होंगे। साथ ही इस बिल में कहा गया है कि दो से ज्यादा बच्चे होने पर बैंक में जमा राशि में इंटरेस्ट रेट भी कम मिलेगा और लोन में मिलने वाली सब्सिडी भी कम मिलेगी।
हरनाथ सिंह यादव भी प्राइवेट मेंबर बिल लाने की तैयारी में
जनसंख्या नियंत्रण पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव भी प्राइवेट मेंबर बिल लाने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि दो बच्चों से ज्यादा होने पर किसी भी तरह की सरकारी सुविधा नहीं दी जानी चाहिए। साथ ही कोई भी चुनाव लड़ने पर पाबंदी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बिल पेश करने के लिए बैलेट में मेरा नंबर नहीं आया तो मैं जीरो आवर में भी यह मसला उठाऊंगा।
कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, लोगों को जागरुक करना होगा- नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण बिल पर कहा कि अगर कुछ राज्य सोचते हैं कि बिल के जरिए वो कानून बनाकर जनसंख्या पर नियंत्रण कर लेंगे तो ये गलत है। जहां तक बिहार सरकार की बात है तो बिहार में ऐसा कोई कानून नहीं आने जा रहा। नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाएं पढ़ी-लिखी होंगी तो प्रजनन दर अपने आप कम होगी। हमारा पूरा ध्यान बिहार की महिलाओं को शिक्षित और इस विषय पर जागरुक करने की है।
प्रत्येक नागरिक आबादी नियंत्रण में योगदान दे
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने भी इस मौके पर बयान जारी कर देश की आबादी नियंत्रित करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इसी से देश की बेहतरी होगी। पवार ने बयान जारी कर कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर देश के प्रत्येक नागरिक को यह शपथ लेनी चाहिए कि वह जनसंख्या नियंत्रण में अपना योगदान देगा। बेहतर देश और बेहतर जनजीवन के लिए यह बहुत ही जरूरी है।