न्यूयॉर्क: भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किए जाने के बाद अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। अमेरिकी मिशन ने “सैन्य गतिविधि और बंद वायु क्षेत्र” शीर्षक से जारी चेतावनी में अमेरिकी नागरिकों को सक्रिय संघर्ष वाले क्षेत्रों से बाहर निकलने या वहां सुरक्षित आश्रय लेने की सलाह दी है।
अमेरिकी मिशन ने कहा, “हम भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए सैन्य हमलों की खबरों से अवगत हैं। यह स्थिति लगातार विकसित हो रही है और हम घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखे हुए हैं।”
चेतावनी में आगे कहा गया है कि “भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के आस-पास के क्षेत्रों में आतंकवाद और संभावित सशस्त्र संघर्ष के कारण ‘यात्रा न करें’ की सलाह पहले से ही दी गई है। पाकिस्तान के लिए सामान्य रूप से ‘यात्रा पर पुनर्विचार करें’ की सलाह भी लागू है।”
अलर्ट में बताया गया कि कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और वायु क्षेत्र बंद कर दिया गया है। अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे यदि सुरक्षित हों तो सक्रिय संघर्ष वाले क्षेत्रों से निकल जाएं, या वहीं आश्रय लें।
अमेरिकी नागरिकों को व्यक्तिगत सुरक्षा योजना की समीक्षा करने, प्रोफ़ाइल कम रखने, पहचान पत्र साथ रखने और अधिकारियों से सहयोग करने की भी सलाह दी गई है।
मार्च में अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान के लिए यात्रा पर पुनर्विचार करने की सलाह जारी की थी, खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों और भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट क्षेत्रों में आतंकवाद और संघर्ष की आशंका को देखते हुए।
भारत ने यह अभियान 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था, जिसमें द रेसिस्टेंस फ्रंट नामक संगठन द्वारा किए गए हमले में 26 नागरिक मारे गए थे।
भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत के पास तकनीकी साक्ष्य, चश्मदीदों की गवाही और अन्य ठोस जानकारी है, जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकियों की संलिप्तता की पुष्टि करती है।
“भारत की कार्रवाई केंद्रित, सटीक और गैर-उकसावे वाली थी। इसमें किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया,” दूतावास ने कहा।