नई दिल्ली: भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार को बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया है।
नई दिल्ली में तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों की संयुक्त प्रेस वार्ता में बोलते हुए उन्होंने कहा, “इस ऑपरेशन का लक्ष्य आतंक फैलाने वालों को दंडित करना और आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना था। हमने सटीकता के साथ कार्रवाई की, जिससे किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे।”
उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में आईसी-814 विमान अपहरण और पुलवामा हमले में शामिल आतंकवादी यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे हाई-वैल्यू टारगेट मारे गए।
“पाकिस्तान की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया कि वे इस हमले से बुरी तरह घबराए हुए हैं। उनकी ओर से हमारे गांवों, गुरुद्वारों और नागरिक क्षेत्रों पर गोलीबारी की गई, जिससे जानमाल का नुकसान हुआ,” उन्होंने कहा।
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि “हमने अत्यंत सावधानीपूर्वक लक्ष्य चुने और गाइडेड म्यूनिशन का उपयोग कर ऑपरेशन को अंजाम दिया। पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए छोटे ड्रोन और UAVs को हमारी वायु सेना ने तुरंत नष्ट किया।”
नेवी की भूमिका पर बात करते हुए वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि, “भारतीय नौसेना पूरी तत्परता के साथ अरब सागर में तैनात थी और कराची सहित प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाने की स्थिति में थी।”
DGMO घई ने कहा कि 7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान के 35 से 45 सैनिक भी मारे गए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम उल्लंघन के बावजूद भारत ने संयम दिखाया और जवाबी कार्रवाई सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ की गई।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीमा पार घुसपैठ की कई कोशिशें हुईं, लेकिन भारतीय सेना की मुस्तैदी ने सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।
“हमने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है, और हमारी कार्रवाई सोच-समझकर और गैर-उत्तेजक रही,” उन्होंने जोड़ा।