उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग। गौतम बुद्ध बीएड कॉलेज हजारीबाग में रविवार को विश्व जनसंख्या दिवस पर ऑनलाइन परिचर्चा के तहत स्वाध्याय हुए।
इस मौके पर कॉलेज की व्याख्याता सलोनी गुप्ता ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विषय प्रवेश कराया।
कॉलेज प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि बिना मानव संसाधन के कोई राज्य, देश एवं विश्व प्रगति नहीं कर सकता।
जब तक मानव एक संसाधन है, तब तक समस्या नहीं हो सकती है। लेकिन यह तभी संभव है, जब तक यह संतुलित है।
उन्होंने कहा कि धर्म, गरीबी, भ्रांति के कारण जनसंख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
जनसंख्या नियंत्रण के संसाधन को जमीनी स्तर पर लाने की जरूरत है।
अगर हम जनसंख्या को शिक्षित कर दें और बचपन से ही रोजगारपरक शिक्षा दें, तो यह समस्या नहीं, होकर एक महत्वपूर्ण संसाधन बन जाएगा।
प्राचार्य डॉ अरविंद कुमार यादव ने कहा कि दुनिया में सभी जगह संतुलित जनसंख्या नहीं है। कहीं जनसंख्या काफी अधिक, तो कई देशों में कम भी है।
जहां आबादी अधिक है, उन्हीं देशों में जनसंख्या नियंत्रण करने की आवश्यकता है।
आज भी कई देश हैं, जहां कम जनसंख्या भी एक समस्या बनती जा रही है।
हमें जनसंख्या के दोनों पहलुओं पर विचार करने की जरूरत है।
जनसंख्या के वृद्धि या नियंत्रण करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना होगा।
व्याख्याता वसुंधरा कुमारी ने कहा कि जनसंख्या संबंधी समस्या सभ्यता से भी पुरानी है।
जनसंख्या बढ़ने के तीन महत्वपूर्ण कारण सामाजिक, आर्थिक और अशिक्षा हैं।
जनसंख्या नियंत्रण को जमीनी स्तर पर लाने की आवश्यकता है।
वहीं डीएलएड प्रशिक्षु देवकुमार ने जनंसख्या दिवस पर इस वर्ष की थीम प्रजनन स्वास्थ्य और प्रजनन व्यवहार पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव को बताया।
डीएलएड प्रशिक्षु प्रवीण कुमार ने जनंसख्या के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने के उपाय को बताया।
बीएड प्रशिक्षु छाया पाठक ने स्वरचित कविता प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन व्याख्याता महेश प्रसाद ने किया।
ऑनलाइन परिचर्चा में उप प्राचार्य डॉ प्रमोद प्रसाद, विभागाध्यक्ष अजय कुमार यादव, व्याख्याता डॉ पुष्पा कुमारी, कुमारी अंजलि, दीपमाला, रचना कुमारी, सुनील कुमार गुप्ता, दशरथ कुमार, गुलशन कुमार, जागेश्वर रजक, दिलीप सिंह, परमेश्वर यादव एवं बीएड-डीएलएड के सभी प्रशिक्षु मौजूद थे।