नई दिल्ली, 17 जुलाई 2025 | ईटीवी भारत रिपोर्ट
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को पुष्टि की कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो हाल ही में अपने 20-दिवसीय अंतरिक्ष मिशन से लौटे हैं, की प्रारंभिक स्वास्थ्य रिपोर्ट संतोषजनक है और उनमें कोई तात्कालिक चिकित्सकीय चिंता नहीं पाई गई है।
🚀 मिशन का विवरण:
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शुभांशु शुक्ला ने Axiom-4 मिशन के तहत 18 दिन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताए।
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इस मिशन में ISRO और NASA द्वारा तैयार किए गए सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण प्रयोग किए गए।
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अंतरिक्ष यात्रियों ने 320 बार पृथ्वी की परिक्रमा की और कुल 135.18 लाख किलोमीटर की दूरी तय की।
🧪 स्वास्थ्य जांच और पुनर्वास (Rehabilitation):
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15 जून को “ड्रैगन ग्रेस” (Dragon Grace) अंतरिक्ष यान द्वारा, शुक्ला और उनके तीन साथियों के साथ सैन डिएगो (कैलिफ़ोर्निया) के तट पर सफल स्प्लैशडाउन हुआ।
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सबसे पहले, रिकवरी शिप पर प्रारंभिक मेडिकल चेकअप किया गया।
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इसके बाद उन्हें हेलिकॉप्टर द्वारा मुख्य भूमि पर ले जाकर आगे की जांच और डिब्रीफिंग सत्र किए गए।
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फिर उन्हें ह्यूस्टन भेजा गया, जहां सप्ताह भर का पुनर्वास कार्यक्रम चलाया गया।
🧑⚕️ पुनर्वास में शामिल परीक्षण:
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हृदय संबंधी मूल्यांकन (Cardiovascular assessments)
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मांसपेशी और कंकाल परीक्षण (Musculoskeletal tests)
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मनोवैज्ञानिक समीक्षा (Psychological debriefing)
ISRO ने कहा कि यह पुनर्वास कार्यक्रम Axiom के फ्लाइट सर्जन द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिसमें ISRO का भी फ्लाइट सर्जन भाग ले रहा है।
🎯 लक्ष्य क्या है?
इस पुनर्वास का उद्देश्य है:
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सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों से उबरना
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शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी
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और उन्हें सामान्य जीवन में लौटने के लिए तैयार करना।
📸 रोचक तथ्य:
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 28 जून, 2025 को वीडियो कॉल के माध्यम से अंतरिक्ष में मौजूद शुक्ला से संवाद किया था।