नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेलविचिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके अद्वितीय नेतृत्व, सामाजिक-आर्थिक विकास और वैश्विक शांति एवं न्याय के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रदान किया गया। यह पीएम मोदी का 2014 के बाद 27वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान और वर्तमान पांच देशों के दौरे का चौथा सम्मान है।
सम्मान नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेतुम्बो नांदी-नदाइत्वाह ने प्रदान किया। उन्होंने कहा,
“नामीबियाई संविधान द्वारा मुझे प्रदत्त अधिकार के अनुसार, मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सम्मान प्रदान करती हूं, जिन्होंने नामीबिया और वैश्विक स्तर पर सामाजिक-आर्थिक प्रगति एवं शांति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।”
सम्मान स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“मुझे ‘वेलविचिया मिराबिलिस’ सम्मान प्राप्त कर गौरव और गर्व का अनुभव हो रहा है। मैं यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों की ओर से विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं।”
उन्होंने यह सम्मान भारत और नामीबिया की जनता, उनकी साझा प्रगति और विकास, और दोनों देशों की अटूट मित्रता को समर्पित किया।
“सच्चा मित्र वही होता है जो कठिन समय में साथ दे। भारत और नामीबिया का रिश्ता राजनीतिक जरूरतों से नहीं, बल्कि संघर्ष, सहयोग और विश्वास से जन्मा है। यह रिश्ता लोकतांत्रिक मूल्यों और उज्ज्वल भविष्य के सपनों से पोषित हुआ है।”
क्या है ‘वेलविचिया मिराबिलिस’?
यह सम्मान नामीबिया के रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाया जाने वाला एक प्राचीन और दुर्लभ पौधे वेलविचिया मिराबिलिस के नाम पर रखा गया है। यह पौधा लंबी उम्र, सहनशीलता और जिजीविषा का प्रतीक माना जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर कहा:
“वेलविचिया कोई साधारण पौधा नहीं है, यह जैसे घर का बुजुर्ग सदस्य है, जिसने समय को जीते देखा है। यह नामीबिया के संघर्ष, साहस और संस्कृति का प्रतीक है। मुझे गर्व है कि मेरा नाम इससे जुड़ा है।”