
राजधानी रांची में जमीन का कारोबार रक्तरंजीत हो चुका है । हर मोहल्ले, हर गांव में कुकुरमुत्ते की तरह उग आए जमीन दलालों के चक्चर में आम जनता तो ठगी का शिकार हो ही रही है, अब जमीन दलाल या तो लोगों को मार रहे हैं या खुद मारे जा रहे हैं। रांची के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज झा की हत्या के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि एदलहातू में जमीन कारोबारी-सह-अमीन का काम करने वाले अजय मुंडा की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई । अजय मुंडा का शव उसके घर से थोड़ी दूरी पर बरामद हुआ है ।
घर से आधे किलोमीटर की दूरी पर बरामद हुआ शव
जानकारी के अनुसार कुछ ग्रामीण नदी की तरफ टहलने गए हुए थे । इसी दौरान उनकी नज़र एक शव पड़ी जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी खबर दी। शव मिलने की खबर फैलते ही इलाके में सनसनी फैल गई और काफी लोग वहाँ जुट गए। मृतक की पहचान अजय मुंडा के रूप में की गई है, मृतक जमीन के कारोबार से जुड़ा हुआ था। मृतक एदलहातू का ही रहने वाला है, उसका शव घर से करीब आधा किलोमीटर दूर नदी के पास मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जमीन के खेल में गाजर-मूली की तरह कट रहे हैं लोग, प्रशासन भी परेशान
राजधानी और आसपास सैंकड़ो की संख्या में जमीन दलाल घूम रहे हैं। आए दिन ये लोग या तो किसी जमीन मालिक को अपनी जमीन बेचने के लिए धमकाते हैं, या किसी खरीददार से पैसा लेकर उसे ठगी का शिकार बनाते हैं। जमीन दलाली के लिए न लाइसेंस चाहिए न ही कोई प्रशासनिक अनुमति। इसमें कम वक्त में पैसा भी खूब है, लिहाजा कई बड़े गैंगस्टर भी इस धंधे में शामिल हैं। अब तक राजधानी के हजारों लोग इन जमीन दलालों द्वारा ठगी के शिकार होकर अपना सबकुछ लुटा चुके हैं । प्रशासन भी इन जमीन दलालों से परेशान है लेकिन चूंकि ये जमीन दलाल थाना, सीओ, रजीस्ट्री ऑफिस आदि को पैसे खिलाते रहते हैं, लिहाजा इनका कभी कुछ नहीं बिगड़ता ।