बेंगलुरु: कर्नाटक के लोगों को एक और महंगाई का झटका लगा है। राज्य सरकार द्वारा नंदिनी दूध की कीमत में ₹4 प्रति लीटर की बढ़ोतरी के बाद अब चाय और कॉफी के दाम ₹3 से लेकर ₹10 तक बढ़ गए हैं। बेंगलुरु समेत राज्यभर के होटलों, कैफे और चाय की टपरी पर इसके असर साफ तौर पर देखा जा सकता है।
इस बढ़ोतरी के साथ बिजली दरें, डीजल की कीमतें और कचरा संग्रहण शुल्क भी बढ़े हैं, जिससे आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की लागत में व्यापक रूप से इज़ाफा हुआ है। दूध पर अत्यधिक निर्भरता के कारण होटल और मिठाई दुकानों पर इसकी मार ज्यादा पड़ी है।
बेंगलुरु के कई चाय स्टॉल और होटलों ने बाहर बोर्ड लगाकर कीमतों में हुई बढ़ोतरी की जानकारी दी है। एक बोर्ड पर लिखा था, “दूध और अन्य कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के कारण हमें रेट बढ़ाने पड़े हैं। कृपया सहयोग करें।”
कॉफी प्रेमियों की मुश्किलें दोगुनी
दूध के अलावा, भुने हुए कॉफी पाउडर की कीमत में भी ₹100 प्रति किलो की बढ़ोतरी देखी गई है। छोटे दुकानदारों और होटलों पर इससे अतिरिक्त दबाव पड़ा है, जो अब इसका बोझ ग्राहकों पर डाल रहे हैं।
कर्नाटक होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष जी. के. शेठ्टी ने कहा, “हमने अभी तक चाय, कॉफी और दूध से बने अन्य उत्पादों की कीमतें बढ़ाने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।”
दूध से बने अन्य उत्पाद भी होंगे महंगे
होटल मालिक और मिठाई दुकानदारों ने संकेत दिए हैं कि पनीर, पेड़ा और अन्य दूध से बनी मिठाइयों की कीमतें भी जल्द ही बढ़ सकती हैं। एक होटल मालिक ने कहा, “उत्पादन लागत बढ़ गई है, इसलिए हमें भी कीमतें बढ़ानी पड़ेंगी।”
ग्राहक नाराज़ हैं। एक स्थानीय चाय स्टॉल की नियमित ग्राहक लक्ष्मी ने कहा, “एक कप चाय पर भी जेब कट रही है। भले ही यह ₹3-₹5 हो, लेकिन रोज़ कमाने वालों के लिए यह जल्दी बोझ बन जाता है।”
बढ़ती महंगाई के दौर में अब एक कप चाय या कॉफी भी आम आदमी के लिए लग्ज़री बनती जा रही है।