कांग्रेस ने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि नीतीश कुमार के मन में बिहार के सवर्णों के प्रति घृणा है । उन्हें बार-बार ये टीस सालती है कि सवर्ण या तो भाजपा के साथ हैं या फिर कांग्रेस के साथ । इसलिए नीतीश कुमार बिहार में फॉरवर्ड-बैकवर्ड के नाम पर बंटवारा चाहते हैं। इसलिए वो मधुबनी के महमदपुर नरसंहार के आरोपियों को बचाने की साजिश रच रहे हैं। पुलिस ने किसके इशारे पर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है, ये सब जानते हैं।
नरसंहार के आरोपियों का JDU से सीधा संबंध
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने कहा कि मधुबनी नरसंहार का मुख्य आरोपी जेडीयू का सक्रिय सदस्य है। सृजन घोटाले में भी उसका नाम आया है। आज राजपूत बिरादरी के पूरे परिवार को काट डाला गया, कल यही दूसरे सवर्णों के साथ होने वाला है । नीतीश कुमार लव-कुश और दलितों को एक ओर और सवर्णों को दूसरी ओर रखकर मार काट करवाना चाहते हैं।
बिहार में घर से निकलना मुश्किल: RJD
वहीं आरजेडी ने आरोप लगाया कि होली के वक्त नवादा में जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत हुई, लेकिन पुलिस चुप रही । वहां प्रशासन ने जबरदस्ती इसे हार्ट अटैक बता दिया। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने अपनी जिंदगी में कभी “सामूहिक हार्ट अटैक” के बारे में नहीं सुना।
मीडिया को विज्ञापन के नाम पर डरा-धमका कर रखते हैं नीतीश-तेजस्वी
उन्होंने मधुबनी नरसंहार पर कहा कि नरसंहार का दौर याद दिलाने वाले जान लें कि मीडिया को डराने-धमकाने से सच्चाई नहीं दबती । मीडिया चाहे जितना पर्दा डाल ले, लेकिन बिहार की जनता को नीतीश कुमार से नफरत हो चुकी है। जनता उनका चेहरा तक नहीं देखना चाहती । जिस दिन नीतीश भाजपा और राजद से अलग होकर लड़ेंगे, उसी दिन उनको अपना औकात पता चल जाएगा।