दुनिया के सबसे बड़े निजी आवास का खिताब
गुजरात के वडोदरा में स्थित लक्ष्मी विलास पैलेस भारत का सबसे बड़ा निजी आवास है, जिसकी तुलना दुनिया के अन्य प्रसिद्ध महलों, जैसे कि ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस, से की जाती है। यह महल गायकवाड़ राजघराने का है और वर्तमान में रॉयल फैमिली के मुखिया समरजीत सिंह गायकवाड़ अपनी पत्नी राधिकाराजे गायकवाड़ और परिवार के साथ यहाँ रहते हैं।
महल की भव्यता
- आकार: 700 एकड़ में फैला हुआ, जिसकी कुल क्षेत्रफल 3,04,92,000 वर्ग फुट है।
- डिजाइनर: इसे ब्रिटिश वास्तुकार चार्ल्स फेलो चिशोल्म ने डिज़ाइन किया।
- निर्माण काल: इसे बनने में 12 साल (1875-1887) लगे।
- कक्ष: महल में 170 कमरे हैं।
- सुविधाएँ: विशाल गार्डन, हॉर्स राइडिंग पैलेस, स्विमिंग पूल, 18-होल गोल्फ कोर्स, और संग्रहालय।
कीमत और संपत्ति
- अनुमानित कीमत: लगभग ₹24,000 करोड़ (रियल एस्टेट मूल्य के अनुसार)।
- गायकवाड़ परिवार की संपत्ति: लगभग ₹20,000 करोड़।
- परिवार के पास राजा रवि वर्मा की अनमोल पेंटिंग्स, सोने-चांदी के आभूषण, और गुजरात-वाराणसी में 17 मंदिरों का प्रबंधन भी है।
ऐतिहासिक महत्व
- महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ III ने इसे बनवाया, जो बड़ौदा रियासत के सबसे प्रभावशाली शासकों में से एक थे।
- 1886 में भारत की पहली मर्सिडीज बेंज पेटेंट मोटरवैगन खरीदी।
- परिवार के पास दुर्लभ कारें, जैसे 1934 की रॉल्स रॉयस और 1948 की बेंटले मार्क VI, भी हैं।
सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान
- महल के एक हिस्से को संग्रहालय में बदल दिया गया है, जिससे आम लोग इसकी भव्यता देख सकें।
- परिवार ने शिक्षा, कला, और धर्म के क्षेत्र में योगदान दिया है।
महल की भव्यता के सामने एंटीलिया और बकिंघम पैलेस फीके
- महल इतना विशाल है कि इसमें चार बकिंघम पैलेस समा सकते हैं।
- मुकेश अंबानी का एंटीलिया, जिसकी कीमत ₹15,000 करोड़ है, लक्ष्मी विलास पैलेस के सामने छोटा है।
गायकवाड़ परिवार और खेल
- समरजीत सिंह गायकवाड़, पूर्व क्रिकेटर हैं और रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
- उन्होंने बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया।
लक्ष्मी विलास पैलेस न केवल भारत का बल्कि पूरी दुनिया का एक अनोखा और ऐतिहासिक धरोहर है, जो भारतीय संस्कृति, वास्तुकला, और राजशाही की भव्यता को प्रदर्शित करता है