हमारे शिक्षण संस्थान सिर्फ डिग्री अथवा उपाधि ही प्रदान न करें क्योंकि सिर्फ उपाधि अर्जित करने का कोई औचित्य नहीं है और ज्ञान की ही सिर्फ कद्र होती है। उच्च शिक्षा के विकास के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षण संस्थानों में आधारभूत संरचना उपलब्ध हो। साथ ही कक्षायें और शैक्षणिक सत्र नियमित हो, उन्नत पुस्तकालय हो। अनुसंधान के क्षेत्र में भी कार्य हो। ये बातें झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैंस ने दुमका के सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही ।
सफलता प्राप्त करने के लिए अच्छा इंसान होना जरुरी
राज्यपाल ने कहा कि छात्र अपने जीवन में अनुशासन लाएं क्योंकि अनुशासन के बिना जीवन में सफलता नहीं मिल सकती। उन्होने कहा कि कुछ बनें या न बनें, लेकिन अच्छा इंसान जरुर बनें। क्योंकि अच्छा इंसान ही अंत में सफल हो सकता है। बुरे लोगों की सफलता क्षणिक होती है। वह पानी के बुलबुले की तरह है जो बाहर से देखने में भले रंग-बिरंगी लगे लेकिन उसकी आयु बहुत कम है ।
शिक्षण संस्थान का काम संसाधन और पढ़ने का माहौल बनाकर देना
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि संस्थान अपने यहां अनुशासन बनाए रखे, छात्र-छात्राओं को संसाधन मुहैया कराए और सकारात्मक माहौल रखे। बाकि का काम विद्यार्थि खुद कर लेंगे। उन्होने कहा कि ये दौर रिसर्च का है। जितनी नई-नई चिजों की खोज करेंगे उतना ही सफल होंगे। रिसर्च एंड जेवलपमेंट के क्षेत्र में जो देश आगे होगा, पूरी दुनिया में उसी देश का डंका बजेगा।